Munger News: मुंगेर के असरगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जेनरेटर पिछले कई दिनों से खराब पड़ा है. इस कारण बिजली गुल रहने पर स्वास्थ्यकर्मियों को मोबाइल के टॉर्च या फ्लैश की रोशनी में मरीजों का इलाज करना पड़ता है. भीषण गर्मी में मरीजों का इलाज करने में मरीज के साथ-साथ स्वास्थ्यकर्मी भी पसीने से तर-ब-तर हो जाते हैं.
बताया जाता है कि बीते 10 दिनों से अस्पताल में जेनरेटर खराब होने के कारण टॉर्च के भरोसे ही मरीजों का इलाज किया जा रहा है. शाम में बिजली गुल होते ही रात में भर्ती होनेवाले मरीजों सहित इलाज कराने आये आकस्मिक मरीजों का इलाज भी टॉर्च और मोबाइल की रोशनी में किया जाता है.
बीते गुरुवार की रात प्रसव कराने आयी चोरवा निवासी निभा देवी, खरवा गांव निवासी बंदना कुमारी, कोरियन गांव निवासी नेहा कुमारी, अद्रास गांव की सरस्वती देवी का प्रसव और आकस्मिक रोगी नेहा कुमारी का इलाज मोबाइल की रोशनी में किया गया. बताया गया कि जेनरेटर खराब है और बिजली नहीं है. एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन द्वारा बिजली जाने के बाद अब तक अलग से रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है.
इस संबंध में जेनेरेटर ऑपरेटर अंजनी कुमार ने बताया कि बीते एक सप्ताह से जेनरेटर खराब पड़ा है. संवेदक को सूचना दी गयी है. लेकिन, अभी तक जेनरेटर ठीक कराने की कोई पहल नहीं की गयी है. उन्होंने बताया कि बीते छह माह से मानदेय का भी भुगतान नहीं किया गया है.
इस संदर्भ में स्वास्थ्य प्रबंधक विश्व रंजन सिन्हा ने बताया कि नवादा की कंपनी पीपुल्स सेक्शन द्वारा जेनरेटर बंद कर दिया गया है. इसकी सूचना जिला मुख्यालय को दे दी गयी है. जिला मुख्यालय से मार्गदर्शन आने पर आगे कार्रवाई की जायेगी.