Paush Amavasya 2022: पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की अमवास्या आज यानी 02 जनवरी को पड़ रही है. अमावस्या तिथि का मुहूर्त 2 जनवरी प्रातः 03 बजकर 41 मिनट से प्रारंभ होगी. पौष अमावस्या के दिन पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए जरूरी उपाय किए जाते हैं. ऐसी मान्यता है कि पितृ दोष की वजह से परिवार की सुख और शांति पर असर पड़ता है. हिंदू धर्म में पौष अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है. आइए जानें की अमावस्या तिथि का क्या महत्व है
पौष अमावस्या 2022 तिथि एवं मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की अमवास्या तिथि का प्रारंभ 02 जनवरी को तड़के 03 बजकर 41 मिनट पर हो रहा है, इसका समापन 02 जनवरी को ही देर रात 12 बजकर 02 मिनट पर होगा. ऐसे में अमावस्या तिथि सूर्योदय पूर्व ही 02 जनवरी से प्रारंभ हो रही है, इसलिए अमावस्या की उदयातिथि 02 जनवरी को ही प्राप्त हो रही है. इस वजह से पौष अमावस्या 02 जनवरी 2022 दिन यानी आज रविवार को है.
सर्वार्थ सिद्धि योग
पौष अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग प्रात: 07 बजकर 14 मिनट से शाम 04 बजकर 23 मिनट तक है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन आप जो भी कार्य करते हैं वह सफल और सिद्ध होता है.
पितरों को खुश करने के लिए करें ये उपाय
कहा जाता है कि अमावस्या के दिन काल सर्प दोष की पूजा और उपाय किए जाते हैं. पौष अमावस्या के दिन चांदी से बने नाग-नागिन की पूजा कर उन्हें नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए.
इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता करना अच्छा माना जाता है. अमावस्या के दिन जरूरतमंदों को भोजन कराने से पुण्य मिलता है। आप भी पौष अमावस्या के दिन गरीब और जरूरतमंदों को खाना खिला सकते हैं. ऐसा करने से आप के पितर प्रसन्न होंगे.
शस्त्रों के मुताबिक अमावस्या के दिन ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए. पौष अमावस्या के दिन पूरे विधि विधान से पूजा करने के बाद ब्राह्मणों को खाना जरूर खिलाएं. इसके बाद उन्हें अपने सामर्थ्य अनुसार दान दक्षिणा भी दे सकते हैं.