हरियाणा के जोगपाल बने सांपों के रक्षक, अब तक 5,600 से अधिक रेस्क्यू ऑपरेशन को दे चुके है अंजाम
हरियाणा के फतेहाबाद जिले के रहने वाले पवन जोगपाल को सांप ने एक-दो बार नहीं, बल्कि 10 बार डसा है, फिर भी उन्होंने 5,600 से अधिक सांपों को बचाया है.
Pawan Jogpal Of Haryana : हरियाणा के फतेहाबाद जिले के रहने वाले पवन जोगपाल को सांप ने एक-दो बार नहीं, बल्कि 10 बार डसा है, फिर भी सांपों को बचाने के उनके जुनून में कोई कमी नहीं आई है. भट्टू कलां गांव के रहने वाले जोगपाल (28) ने बताया कि वह लगभग एक दशक से सांपों को पकड़ रहे हैं, जो ग्रामीण इलाकों में लोगों के घरों या अन्य जगहों पर घुस जाते हैं. जोगपाल ने दावा किया कि उन्होंने 5,600 से अधिक सांपों को बचाया है और अब तक सांप ने उन्हें 10 बार डसा है.
स्वतंत्रता दिवस समारोह स्थल के पास नाग के बच्चे को पकड़ा
उन्होंने बताया, “हाल ही में मैंने फतेहाबाद जिले में स्वतंत्रता दिवस समारोह स्थल के पास के एक खुले क्षेत्र में नाग के बच्चे को पकड़ा था. वहां मुख्यमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाले थे.” जोगपाल ने बताया कि हाल में आई बाढ़ की वजह से कई इलाकों में पानी भर जाने के कारण पेड़ों पर आश्रय लेने वाले कई सांपों को भी उन्होंने बचाया. उन्होंने बताया कि पकड़े गये सभी सांपों को जंगलों में छोड़ दिया जाता है. जोगपाल ने कहा, “मैं 10 साल से भी अधिक समय से सांपों को बचा रहा हूं. उनमें से ज्यादातर ऐसे सांप हैं जो गांवों में लोगों के घरों और बगीचों में घुस जाते हैं.”
सांपों को बचाने की प्रेरणा कहां से मिली ?
यह पूछे जाने पर कि सांपों को बचाने की प्रेरणा उन्हें कहां से मिली, उन्होंने कहा कि जब वह करीब 17 साल के थे, तब गांव में उनके घर में एक सांप घुस गया था. उन्होंने बताया कि जब पड़ोसी और वहां पहुंचे अन्य लोग सांप को मारने की कोशिश कर रहे थे, तब वह लोगों से सांप को नहीं मारने के लिए समझा-बुझा रहे थे. जोगपाल ने बताया, “मैंने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन इसी बीच किसी ने सांप पर हमला कर दिया और उसे मार डाला. उस घटना ने मुझ पर गहरी छाप छोड़ी. बाद में, मैंने डिस्कवरी चैनल देखना शुरू किया. सबसे पहले, मैंने छोटे सांपों को बचाना शुरू किया. मैंने इसके बारे में कई किताबें पढ़ीं और सांपों के बारे में जानकारी एकत्र की.”
‘सांपों को आसानी से पकड़ सकता हूं’
उन्होंने कहा, “अब, मैं सांपों को आसानी से पकड़ सकता हूं. अब तक, मैंने 5,600 से अधिक सांपों को बचाया है. मुझे 10 बार सांप ने काटा है, जिसमें एक नाग भी शामिल है. नाग के डसने की वजह से मुझे दो दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.” उन्होंने बताया कि वह घायल अवस्था में मिलने वाले हर सरीसृप और पक्षियों को बचाते हैं. जोगपाल ने बताया, “लोग मुझे फोन करते हैं और मैं अपनी टीम के साथ वहां पहुंच जाता हूं. हम सांपों को पकड़ते हैं और उन्हें जंगलों में छोड़ देते हैं.”
परिवार ऐसा करने से मना करता था
जोगपाल ने कहा कि उनकी टीम में तीन और लोग हैं जो उनके लिए काम करते हैं. उन्होंने कहा, “हम अपने साथ विशेष दस्ताने, लाठी, जूते, हुक और अन्य सुरक्षा सामग्री रखते हैं.” उन्होंने बताया कि फतेहाबाद जिला प्रशासन ने उन्हें और उनकी टीम की समाज सेवा की सराहना की है और उन्हें सम्मानित भी किया है. जोगपाल ने कहा, “शुरुआत में, जब मैंने सांपों को बचाना शुरू किया और इसे पूर्णकालिक काम के रूप में करना शुरू किया, तब मेरा परिवार मुझे ऐसा करने से मना करता था. लेकिन अब उन्हें इससे कोई दिक्कत नहीं है.”
सांपों के बारे में लोगों को जागरूक करने की कोशिश
जोगपाल ने बताया कि वह सांपों के बारे में लोगों को जागरूक करने की भी कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा, “हमारे क्षेत्र में, लोग अब सांपों को नहीं मारते हैं. अगर उन्हें सांप दिखता है, तो वे मुझे बुलाते हैं और हम उसे बचा लेते हैं. मैं लोगों से कहा करता हूं कि सांप केवल आत्मरक्षा में हमला करते हैं, जब उन्हें लगता है कि उनकी जान खतरे में है.”