गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) के सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि शांति-व्यवस्था बनी रहेगी, तभी पहाड़ का विकास हो सकेगा. इसलिए हमें यहां शांति-व्यवस्था कायम रखनी होगी. ऐसे लोगों से सजग रहना होगा, जो यहां हिंसा फैलाने की साजिश रच रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पहाड़ पर शांति व्यवस्था कायम कर, यहां तेजी से विकास कार्य को आगे बढ़ाना चाहती हैं. मुख्यमंत्री ने पहाड़ के लोगों से धंधेबाज नेताओं व मौकापरस्तों के झांसे में नहीं आने की अपील की.
दार्जिलिंग के मॉल में जीटीए के शपथ ग्रहण समारोह के मंच से मुख्यमंत्री ने जीटीए के नये नेतृत्व को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें विकास कार्य में हर मदद का भरोसा दिलाया. गौरतलब है कि मंगलवार को जीटीए के नवगठित बोर्ड का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया. इस मौके पर भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोरचा (बीजीपीएम) के नव निर्वाचित सदस्यों ने अपने पद व गोपनीयता की शपथ ली.
Also Read: द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी पर दुविधा में टीएमसी, आदिवासी वोटरों के नाराज होने का डर
सुश्री बनर्जी ने कई योजनाओं की भी घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2024 तक दार्जिलिंग के प्रत्येक घर में नल से पानी की आपूर्ति होगी. जल स्वप्न योजना के तहत राज्य के सभी घरों में पानी की आपूर्ति का लक्ष्य रखा गया है, जो अगले दो वर्ष में पूरा कर लिया जायेगा. वहीं, इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बिमल गुरुंग की अध्यक्षता वाले जीटीए बोर्ड को राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गयी वित्तीय सहायता का भी उल्लेख किया. हालांकि मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर किसी का नाम नहीं लिया.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक जीटीए को 7,000 करोड़ रुपये दिये हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि अब वह अतीत के बारे में बात नहीं करना चाहतीं. इसके साथ ही उन्होंने पहाड़ की जनता व जीटीए के नये नेतृत्व से कहा कि कोई राजनेता कितनी भी कोशिश कर लें, उसे किसी भी हाल में पहाड़ पर अशांति पैदा नहीं करने देना है. बात-बात पर पहाड़ को विचलित न होने दें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दार्जिलिंग में 200 एकड़ जमीन पर ‘न्यू सिटी’ का निर्माण किया जायेगा, जहां होम स्टे, शॉपिंग मॉल, खाने पीने की दुकानें होंगी. उन्होंने कार्सियांग और कालिम्पोंग में भी इसी तरह की परियोजना लागू करने की बात कही. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें मिरिक के लिए अन्य योजनाएं बनानी होंगी, ताकि वहां ईको टूरिज्म का विकास किया जा सके. उन्होंने चाय बागान में स्थित घरों में ‘होम स्टे’ शुरू करने की पेशकश भी की. उन्होंने वादा किया कि अगर पहाड़ की महिलाएं गाड़ी चलाती हैं, तो कार खरीदने के लिए कर्ज उनकी सरकार देगी.