Crime news in Jharkhand, Giridih news : गिरिडीह : नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे पुलिसिया अभियान के तेज होने के साथ ही नक्सलियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करानी शुरू कर दी है. नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों ने रविवार की रात पीरटांड़ के इलाके में ताबड़तोड़ पोस्टरबाजी किया है. इससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है. नक्सलियों ने पोस्टरबाजी कर गांव के युवक-युवतियों से नक्सली संगठन में शामिल होकर संगठन को मजबूत करने की अपील की है. नक्सलियों ने यह पोस्टरबाजी पीरटांड़ के मधुबन थाना क्षेत्र स्थित सिंहपुर, मधुबन छठ घाट, जयनगर सहित अन्य इलाकों में पोस्टरबाजी कर अपनी उपस्थिति दर्ज की है. जानकारी मिलने पर पुलिस ने नक्सली पोस्टरों को जब्त कर थाना ले आयी है.
बता दें कि लंबे समय के बाद भाकपा माओवादियों ने पोस्टरबाजी कर दहशत फैलाने का काम किया है. सोमवार की सुबह गांव में नक्सलियों के द्वारा चिपकाये गये पोस्टर- बैनर के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. हालांकि, पोस्टरबाजी की सूचना मिलने के बाद एएसपी अभियान गुलशन तिर्की के नेतृत्व में पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और सभी पोस्टर- बैनर को हटा दिया. नक्सलियों के द्वारा की गयी इस पोस्टर-बैनर में भाकपा माओवादियों ने जल, जंगल और जमीन पर अपना हक कायम करने के लिए संगठन में युवक- युवतियों को भर्ती होने की अपील की.
बता दें कि पारसनाथ पहाड़ी से नक्सलियों का सफाया करने को लेकर झारखंड के आईजी ऑपरेशन साकेत कुमार सिंह एवं सीआरपीएफ आईजी महेश्वर दयाल गुरुवार को मधुबन पहुंचे थे. सबसे पहले दोनों अधिकारी पांडेयडीह पहुंचे और नवनिर्मित सीआरपीएफ कैंप का जायजा लिया था. इसके बाद झारखंड पुलिस एवं सीआरपीएफ ने नक्सलियों के खिलाफ नई रणनीति से काम करने की योजना बनायी थी. लेकिन, सिर्फ 4 दिन के बाद ही नक्सलियों ने इलाके में पोस्टरबाजी कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है. नक्सलियों ने पोस्टरबाजी कर पुलिस को चुनौती देने का काम किया है. बता दें कि पुलिस लगातार पीरटांड़ व पारसनाथ के इलाके में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है.
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भाकपा माओवादी संगठन पीएलजीए 2 दिसंबर से 8 दिसंबर, 2020 तक अपनी 20 वीं वर्षगांठ मना रही है. इसे लेकर भी पोस्टरबाजी के जरिये संगठन ने अपनी 20वीं वर्षगांठ को धूमधाम के साथ मनाये की अपील की है. साथ ही पोस्टरबाजी के जरिये माओवादियों ने जल, जंगल एवं जमीन पर अपना हक कायम करने के लिए पीएलजीए से जुड़ने की भी अपील की है. पोस्टर एवं पंपलेट मेें नक्सलियों ने वर्षगांठ का जिक्र किया है. पर्चे में भारत की कम्युनिष्ट पार्टी (माओवादी) के संस्थापक, शिक्षक एवं नेता चारू मजूमदार एवं कन्हाई चटर्जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करने की भी बात कही गयी है. पर्चे में ऑपरेशन ग्रीन हंट को लेकर सरकार की आलोचना की गयी है.
इसके पूर्व माओवादियों ने 20 सितंबर, 2020 को बिरनी थाना क्षेत्र के जोरासाख- जरीडीह मुख्य मार्ग के पुलिया में लगभग आधा दर्जन से अधिक पोस्टरबाजी कर दहशत फैलाने का काम किया था. उन पोस्टरों में नक्सलियों ने बिहार-झारखंड के भूमिहीन गरीब किसानों को फांसी की सजा दिये जाने के खिलाफ व्यापक जनआंदोलन का निर्माण करो, ऑपरेशन ग्रीन हंट को हराते हुए पार्टी पीएलजीए और जनता की राजसत्ता को मजबूर करो, आपरेशन ग्रीन हंट सैनिक अभियान मुर्दाबाद समेत कई तरह की बाते लिखी गयी थी.
वहीं, 1 दिसंबर 2019 को नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहर तक पोस्टरबाजी की थी. इस दौरान जगह- जगह बैनर भी टांगा गया, वहीं पर्चा भी फेंका गया. इन पोस्टर एवं बैनर में चुनाव बहिष्कार संबंधित बातें लिखी गयी है. पोस्टरबाजी मुफस्सिल थाना इलाके के बनियाडीह, 7 नंबर, कोपा के अलावा शहरी क्षेत्र के कोल्डीहा में की गयी थी. इसके अलावा पीरटांड़ थाना इलाके के भलुआपहाड़ी, खुखरा थाना इलाके के विभिन्न स्थानों पर भी पोस्टरबाजी कर नक्सलियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी थी. जबकि डुमरी थाना इलाके में भी पोस्टर चिपकाया गया था. 28 जुलाई, 2019 को भी डुमरी और निमियाघाट थाना क्षेत्र में नक्सलियों के पोस्टर चिपका कर दहशत फैलाने का काम किया था. उन पोस्टरों में नक्सलियों ने शहीदों के अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए दृढ़ कदम के साथ आगे बढ़ने की बात कही थी.
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इस संबंध में मधुबन थाना प्रभारी दिलशान बिरूआ ने कहा कि पोस्टरबाजी की सूचना मिलते ही पुलिस ने सभी पोस्टरों को हटा दिया और सभी पोस्टर को जब्त कर थाना ले आयी है. उन्होंने कहा कि पोस्टरबाजी की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने सर्च अभियान तेज कर दिया गया है.
Posted By : Samir Ranjan.