Sawan Somwar 2023 Upaay: सावन के पहले सोमवार को जरूर करें ये उपाय, शिव जी- मां पार्वती की होगी कृपा

Sawan Somwar 2023 Upaay: सावन का पहला सोमवार आज 10 जुलाई को पड़ रहा है. अगर इस दिन कुछ खास उपाय किए जाए तो व्यक्ति को भोलेनाथ की कृपा प्राप्त हो सकती है. इससे उन्हें तकलीफों से भी छुटकारा मिल सकता है.

By Shaurya Punj | July 10, 2023 9:08 AM

Sawan Somwar 2023 Upaay: 4 जुलाई से सावन ( sawan month 2019 ) का महीना शुरू हो चुका है. इस बार सावन का पहला सोमवार आज 10 जुलाई को पड़ रहा है. अगर इस दिन कुछ खास उपाय किए जाए तो व्यक्ति को भोलेनाथ की कृपा प्राप्त हो सकती है. इससे उन्हें तकलीफों से भी छुटकारा मिल सकता है.

सावन सोमवार को करें ये उपाय

दो पात्र से चढ़ाएं शिवलिंग में जल

शिव पुराण के अनुसार, सावन माह में भगवान शिव के ऊपर काफी भार बढ़ जाता है. ऐसे में में मां पार्वती के साथ मां गंगा दोनों भार संभालती है. इसलिए सावन सोमवार के दिन कांसे, तांबे या फिर चांदी के दो लोटे में जल भर लें. अगर दो लोटे नहीं है, तो आप एक पात्र के ऊपर कटोरी भी रख सकते हैं. लेकिन दो पात्र होना जरूरी है. इसके बाद दोनों से एक साथ शिवलिंग में जल अर्पित करें. माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं और अपने भक्त की हर समस्या को हर लेते हैं और धन-धान्य, खुशहाली, सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं.

गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक करें

अगर आप करियर में मन मुताबिक सफलता पाना चाहते हैं, तो सावन के पहले सोमवार पर गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक करें. इस उपाय को करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. साथ ही दांपत्य जीवन मधुर होता है.

108 बेलपत्र अर्पित करें

शिव पूजन के दौरान सफेद आंकड़े के पुष्प चढ़ाएं. साथ ही 108 बेलपत्र अर्पित करें. ऐसा करने से शिव जी प्रसन्न होंगे. इससे आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी.

सावन के पहले सोमवार को जरूर करें ये काम

शारीरिक और मानसिक कष्टों से निजात पाने के लिए सावन सोमवार पर चंदन से बेलपत्र पर ‘जय श्रीराम’ लिखकर भगवान शिव को अर्पित करें. इस उपाय को करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है.

सावन सोमवार व्रत में कैसे करें पूजा

सावन सोमवार के व्रत में शाम के वक्त भगवान शिव को अक्षत, सफेद, फूल, चंदन, भांग, धतूरा, गाय के दूध, धूप, दीप, पंचामृत, सुपारी और बेलपत्र आदि चढ़ा कर उनकी पूजा करें. अब भोले नाथ का पंचामृत से अभिषेक करें, साथ ही ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें. भोलेनाथ के साथ ही मां पार्वती और गणेश जी की भी पूजा करें.

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