चतरा: सिविल कोर्ट में हुई चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति काफी सुर्खियों में है. मंत्री के पुत्र बने चपरासी का मामला चर्चा का विषय बना रहा. अब निर्धारित उम्र से कम आयु के किशोर की नियुक्ति का एक नया मामला सामने आया है. 17 साल सात महीना छह दिन के किशोर की नियुक्ति सिविल कोर्ट मेंं चपरासी के पद पर की गयी है. जबकि नियुक्ति में अभ्यर्थी की न्यूनतम उम्र 18 साल होनी चाहिए. लेकिन सुजीत कुमार (पिता प्रह्लाद चौधरी) जिसका चयन चपरासी पद पर हुआ है, उसकी उम्र 18 वर्ष से कम है. इसके बाद भी चपरासी पद पर चयन किया गया है.
सिविल कोर्ट द्वारा नियुक्ति संबंधी निकाले गये नोटिफिकेशन में उम्मीदवारों की उम्र सीमा एक अगस्त 2022 को कम से कम 18 वर्ष निर्धारित की गयी थी. सुजीत की जन्मतिथि 25 दिसंबर 2004 है. नोटिफिकेशन के आधार पर उसकी उम्र 17 साल सात माह छह दिन हो रही है. एक दिसंबर 2023 को रिजल्ट जारी किया गया है. जारी रिजल्ट में चपरासी पद में 10वें नंबर पर सुजीत का नाम अंकित है. उसकी नियुक्ति इबीसी कोटि के तहत हुई है. इधर, कम उम्र के किशोर की नियुक्ति का विरोध शुरू हो गया. अभ्यर्थी चयन प्रक्रिया में गड़बड़ी की बात कह रहे हैं.
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बताया कि नियुक्ति में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता नहीं दी गयी है. अभ्यर्थियों ने मामले की जांच करने की मांग की है. मालूम हो कि चतरा सिविल कोर्ट में विभिन्न पदों पर 19 कर्मियों की नियुक्ति की गयी है, जिसमें 13 चपरासी, एक ट्रेजरी मैसेंजर/ट्रेजरी मैसेंजर, एक दफ्तरी, तीन नाइट गार्ड व एक ड्राइवर का पद शामिल हैं. इनका साक्षात्कार लिया गया था, जिसमें लगभग सात हजार अभ्यर्थी शामिल हुए थे. साक्षात्कार में एमबीए, आइटीआई, पीजी समेत अन्य डिग्री वाले अभ्यर्थी शामिल हुए थे.