कोलकाता : विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि सुंदरवन का 600 वर्ग किलोमीटर का मैंग्रोव का इलाका उजड़ गया है. लेकिन राज्य सरकार फिर से उसे आबाद करके पांच करोड़ मैंग्रोव लगायेगी. जिस तरह सुंदरवन का रॉयल बंगाल टाइगर विश्व प्रसिद्ध है, उसी तरह वह मैंग्रोव के लिए फिर से जाना जायेगा.
शुक्रवार को हरीश पार्क में वृक्षारोपण करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 1737 के बाद अम्फान जैसी आपदा दूसरी नहीं आई थी. केवल कोलकाता में ही 16 हजार पेड़ गिर गये. फिर भी कुछ राजनीतिक दल, ऐसे समय में भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे. वह उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन उन्होंने ऐसे मौके पर यह कभी नहीं कहा कि केंद्र से मोदी सरकार को हटा देना चाहिए. राजनीति करने का वक्त आयेगा लेकिन यह वो वक्त नहीं.
ममता ने कहा कि आरोप लगाने वाले राजनेता कोरोना के डर से पिछले तीन महीने से घर से बाहर नहीं निकले. वह केवल बयानबाजी करते रहे. लेकिन वह आगे रह कर इस दौरान काम करती रहीं. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में अपेक्षाकृत कम शक्तिशाली चक्रवात को लेकर देश भर में हलचल देखी गयी लेकिन अम्फान के वक्त ऐसा कुछ नहीं हुआ था. हमेशा की तरह बंगाल के साथ भेदभाव किया गया. लेकिन बावजूद इन साजिशों के बंगाल की एक बार फिर से जीत होगी.
सुश्री बनर्जी ने कहा कि आगामी 14 जुलाई को वन दिवस के दिन बंगाल में 3.5 करोड़ वृक्ष लगाये जायेंगे. केवल कोलकाता में ही 100 करोड़ रुपये इसके लिए खर्च होंगे. राज्य सरकार की ओर से कोलकाता में 50 हजार पेड़ों को लगाया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि नीम के पेड़ों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए क्योंकि वह आंधियों में जल्दी नहीं गिरते और स्वास्थ्य के लिए भी वह अच्छे होते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे राज्यों में फंसे बंगाल के मजदूरों को लाने में राज्य सरकार ने 200 करोड़ रुपये खर्च किये हैं. ट्रेन का किराया बंगाल सरकार ही दे रही है. कोविड को राज्य में नियंत्रित कर लिया गया था, लेकिन बाहर से लोगों के आने से यह बढ़ गया है.
पर्यावरण दिवस के अवसर पर हरीश पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य सचिव राजीव सिन्हा, कोलकाता पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष कल्याण रुद्र, फिरहाद हकीम सहित अन्य मौजूद थे. मौके पर अनुज शर्मा ने कोलकाता के लोगों से पेड़ लगाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि इस संबंध में स्थानीय थाने की पुलिस भी सहायता करेगी.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha