आगराः होली के बाद बसों में उमड़ी भीड़, घंटों खड़े होने के बावजूद नहीं मिल रही सीट, यात्री परेशान
Agra: आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित अंतरराष्ट्रीय बस अड्डे पर सैकड़ों की संख्या में यात्री घंटों से बस का इंतजार करते हुए दिखाई दिए. उनका कहना था कि रोडवेज की बसें आ नहीं रही और जो प्राइवेट बसें है, दोगुना किराया मांग रहे हैं.
Agra: हाईवे पर और बस स्टैंड पर खड़े हुए यह लोग अपने काम पर या अपने गंतव्य पर वापस जाने के इंतजार में हैं, लेकिन परिवहन निगम इन लोगों की मदद नहीं कर पा रहा. होली के त्योहार के बाद तमाम यात्री अपने काम पर वापस जा रहे हैं. लेकिन पर्याप्त मात्रा में बस न मिल पाने की वजह से इन लोगों को घंटों हाईवे व बस स्टैंड पर इंतजार करना पड़ रहा है.
होली के त्योहार पर परिवहन विभाग ने अतिरिक्त बसें चलाने और चक्कर बढ़ाने की बात कही थी. अब होली भी बीत चुकी है लेकिन हालात जस के तस हैं. अपने परिवार के साथ या अकेले जाने वाले यात्री बस के इंतजार में परेशान हैं. उनका कहना है कि अपने गंतव्य तक जाने के लिए उन्हें बस नहीं मिल रही डग्गामार वाहन चल रहे हैं, लेकिन वह लोग डबल किराया वसूल रहे हैं.
परिवहन विभाग ने होली के मौके पर यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए कई बसों के चक्करों में बढ़ोतरी की थी. लेकिन होली के दौरान भी तमाम यात्री बस के अनुसार में धक्के खाते हुए दिखाई दिए थे. अब होली बीत चुकी है लेकिन अब भी परिवहन विभाग यात्रियों की सुविधा अनुसार बसें मुहैया नहीं करा पा रहा.
प्राइवेट बस वाले मनमाना वसूल रहे किराया
आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित अंतरराष्ट्रीय बस अड्डे पर सैकड़ों की संख्या में यात्री घंटों से बस का इंतजार करते हुए दिखाई दिए. उनका कहना था कि रोडवेज की बसें आ नहीं रही और जो प्राइवेट बसें है, वह अनाप-शनाप किराया मांग रही हैं. उनके पास पैसा नहीं कि वह दोगुना किराया देकर अपने गंतव्य तक पहुंच सके.
बस स्टैंड पर यात्री रहे परेशान
वहीं गुड़गांव जाने के लिए 70 से 80 यात्री बस स्टैंड पर मौजूद थे, लेकिन कोई बस ना होने की वजह से काफी परेशान थे. कोई अपने बीवी बच्चों के साथ आया था तो कोई अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ, हालांकि कुछ समय बाद परिवहन विभाग की तरफ से गुड़गांव के लिए अतिरिक्त बस शुरू कर दी गई.
दिल्ली के रहने वाले विकास गर्ग दिल्ली जाने के लिए आगरा मथुरा हाईवे पर करीब 1 घंटे से खड़े थे. उनका कहना था कि मेरे साथ मेरी पत्नी और दो बच्चे हैं. डग्गामार बसों में मैं अपने परिवार को सुरक्षित नहीं समझता. वहीं डग्गामार बस चालक दुगना किराया वसूल रहे हैं. अगर रोडवेज नहीं आई तो हमें मजबूरी में इसी बस में बैठना पड़ेगा.