कोलकाताः बंगाल के मालदा जिला के लोगों को महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बांग्लादेशी घुसपैठिया कहा जाता है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी गयी एक चिट्ठी से इसका खुलासा हुआ है.
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी से पश्चिम बंगाल के मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों में बड़े पैमाने पर नदी तट के कटाव को राष्ट्रीय आपदा के तौर पर लेने का आग्रह किया है. साथ ही अनुरोध किया है कि इसके निदान के लिए पर्याप्त निधि जारी करें.
प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि उपजाऊ भूमि का बड़ा हिस्सा अल्पसंख्यक बहुल इन दोनों जिलों में बहने वाली गंगा में डूब गया, जिससे लाखों लोग बेघर हो गये. इसने उन्हें नव-शरणार्थी बना दिया है.
कांग्रेस की बंगाल इकाई के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने पत्र में कहा कि लोग भूमिहीन हो गये हैं और अपनी आजीविका भी खो दी है. कई बार गरीबी से अपराध बढ़ते हैं. इससे कई सामाजिक समस्याओं के साथ ही नव-शरणार्थी पैदा होते हैं.
नदी तट के कटाव के प्रभावित लोगों की दिक्कतों का उदाहरण देते हुए अधीर रंजन ने कहा कि मालदा से ऐसे लोगों की एक कॉलोनी मुंबई के बायकुला इलाके में आ गयी है, जहां उन्हें बांग्लादेशी घुसपैठिया कहा जाता है, क्योंकि इस घटना में उन्होंने अपने दस्तावेज भी गंवा दिये हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के दौरान इस उद्देश्य के लिए बड़ी निधि जारी की जाती थी. मैं आपसे नदी तट के कटाव को रोकने और प्रभावित लोगों के जीवन तथा आजीविका की रक्षा के लिए पर्याप्त निधि जारी करने का अनुरोध करता हूं. अधीर रंजन मुर्शिदाबाद जिले में बरहमपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.
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Posted By: Mithilesh Jha