Agra News: यमुना किनारे झुनझुना बजाकर लोगों ने जताया विरोध, जानें क्या है मामला
आगरा में लगातार बैराज की मांग जारी है लेकिन अभी तक आगरा के लोग बैराज से वंचित हैं. आगरा के लोगों को अधिवक्ताओं के द्वारा लगातार प्रदर्शन करने के बावजूद हाई कोर्ट खंडपीठ भी नहीं मिल रही है.
Agra News: जिले के लोगों को यमुना बैराज और हाइकोर्ट खंडपीठ के नाम पर सिर्फ क्या मिला झुनझुना. यमुना किनारे स्थित यमुना आरती स्थल पर कुछ लोगों ने झुनझुना दिवस मनाया. जहां पर इस तरह के नारे लगाए गए.
इसमें पर्यावरणविद और रिवर कनेक्शन कैंपेन के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने झुनझुना बजा कर अपना विरोध जताया. उनका कहना था कि आगरा में कालिंदी गंदगी की वजह से दम तोड़ रही है. और ऐसे में अब उत्तराखंड में एक और नया बैराज बनाए जा रहा है जिससे आगरा की जनता को पानी की कमी झेलनी पड़ेगी. आगरा में लगातार बैराज की मांग जारी है लेकिन अभी तक आगरा के लोग बैराज से वंचित हैं. आगरा के लोगों को अधिवक्ताओं के द्वारा लगातार प्रदर्शन करने के बावजूद हाई कोर्ट खंडपीठ भी नहीं मिल रही है.
दरअसल आपको बता दें आगरा में अगर जनप्रतिनिधियों की बात की जाए तो बीजेपी के 9 विधायक और 2 सांसद हैं. उसके बावजूद भी आगरा में अभी तक ना तो बैराज ही बन पाया है और ना ही हाई कोर्ट खंडपीठ की स्थापना हो पाई है. जनप्रतिनिधियों को लगातार कई बार प्रदर्शन कर जगाने की कोशिश की गई है. लेकिन जनप्रतिनिधि अभी भी उदासीनता और बेरुखी अपना रहे हैं.
पर्यावरणविद डॉ देवाशीष भट्टाचार्य ने बताया उत्तराखंड में यमुना पर बैराज बनाया जाएगा, ऐसे में आगरा के लोगों को पानी की कमी हो सकती है. वहीं पहले से ही आगरा में यमुना मैली है. आगरा में बैराज की मांग लंबे समय से चल रही है. अगर बात करें तो आगरा के मुख्य मुद्दों में यह मांग शामिल है. लेकिन अभी तक धरातल पर बैराज की दिशा में कोई भी काम होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है. आज हमने आगरा के जनप्रतिनिधियों को जगाने के लिए झुनझुना दिवस मनाया है. जिसमें हमने एक साथ आरती स्थल पर झुनझुना बजा कर प्रदर्शन किया है. जिससे कि जनप्रतिनिधियों के कान तक झुनझुने की आवाज पहुंचे. और जनता की मांग को पूरा करायें.
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत