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रामगढ़: लाइव प्रसारण देख निहाल हुए लोग, श्रीराम की भक्ति में डूबा रजरप्पा

चितरपुर काली मंदिर में नव युवक संघ द्वारा 501 लीटर दूध से बने भोग का वितरण किया गया. यहां मुख्य रूप से सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी व आजसू के केंद्रीय सचिव अमृतलाल मुंडा, ब्रहमदेव महतो शामिल हुए और लोगों के बीच भोग का वितरण किया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 23, 2024 11:02 AM

चितरपुर: अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर में प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हुई. जिससे प्रभु श्रीराम की भक्ति में अयोध्या ही नहीं, पूरा रजरप्पा कोयलांचल क्षेत्र डूबा रहा. सभी गली-मुहल्ले में श्रीराम के जयकारे लगते रहे. पूरा क्षेत्र भगवान श्रीराम और वीर बजरंगबली के ध्वजा से पटा रहा. जानकारी के अनुसार चितरपुर शिवालय मंदिर में भगवान श्रीराम और कलश स्थापना कर रामायण पाठ किया गया. जहां हजारों महिला – पुरुष शामिल हुए. यहां लोगों ने लाइव प्रसारण के माध्यम से अयोध्या में हुई प्राण प्रतिष्ठा की अलौकिक घड़ी को अद्भुत व अनुपम तरीके से हुए विधि – विधान को देखा. इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनकर लोग भावुक के साथ निहाल हुए. यहां लोगों के बीच प्रसाद और खिचड़ी भोग का वितरण किया गया.

पूजन के बाद प्रसाद और खीर भोग का वितरण

इसके अलावा, चितरपुर काली मंदिर में नव युवक संघ द्वारा 501 लीटर दूध से बने भोग का वितरण किया गया. यहां मुख्य रूप से सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी व आजसू के केंद्रीय सचिव अमृतलाल मुंडा, ब्रहमदेव महतो शामिल हुए और लोगों के बीच भोग का वितरण किया. वहीं, चितरपुर जवाहर रोड स्थित प्राचीन राम मंदिर, हनुमान मंदिर, चितरपुर बाजार टांड़ स्थित हनुमान मंदिर, बड़कीपोना स्थित दुर्गा मंदिर, बोरोबिंग स्थित हनुमान मंदिर, रजरप्पा मोड़ स्थित हनुमान मंदिर, रजरप्पा प्रोजेक्ट स्थित पठवा हनुमान मंदिर सहित पूरे क्षेत्र में रामायण पाठ, हनुमान चालीसा और रामकथा के साथ जय श्रीराम, जय हनुमान की जयकारे गूंजता रहा. सभी जगहों में पूजन के बाद प्रसाद और खीर भोग का वितरण किया गया.

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11,000 दीपों से जगमग हुआ मां छिन्नमस्तिके मंदिर

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ स्थल मां छिन्नमस्तिके मंदिर को फूलों, विद्युत लाइट और गुब्बारों से सजाया गया. साथ ही शाम होने के बाद पूरे मंदिर परिसर में 11,000 दीप जला कर खुशियां मनायी गयी. यहां की अद्भुत दृश्य देखते ही बन रही थी. इसके अलावा पूरे क्षेत्र के सभी गली मुहल्लो में दीया जलाया गया. साथ ही जमकर आतिशबाजी की गयी.

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