अंतरराष्ट्रीय बाजार में शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतों में जोरदार तेजी दर्ज की गई. इजराइल-हमास युद्ध के कारण कीमतों में वृद्धि हुई है. हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत में 5.69 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई और फिलहाल यह 90.89 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. WTI कच्चे तेल की कीमतों में भी 5.77 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई और यह 87.69 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुई है. इसके बाद देश के अलग-अलग शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव हुआ है.
चार महानगरों में से नई दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर रहीं. वहीं चेन्नई में पेट्रोल 32 पैसे बढ़कर 103.07 रुपये प्रति लीटर और डीजल 94.66 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है. नई दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध है. वहीं मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. कोलकाता में ईंधन दरों की बात करें तो पेट्रोल 106.03 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध है.
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हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क कम करने के बाद राज्य में ईंधन की कीमतों में गिरावट आई है. हालांकि पेट्रोल-डीजल की कीमत अभी भी 100 रुपये से ऊपर है. हालांकि, ईंधन की कीमत पहले ही इतनी बढ़ चुकी है, इसलिए अगर कीमत फिर से कम हो जाती है, तो भी मध्यम वर्ग की जेब अभी भी तंग है. दूसरी ओर पिछले कुछ दिनों में गैस की कीमतों में भी आग लगी हुई है. स्वाभाविक रूप से एक ओर जहां पेट्रोल-डीजल ने सब्जियों से लेकर मछली तक के बाजार को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया है. शहरवासी और पूरा देश कीमतों में नई कटौती का इंतजार कर रहा है. सरकार पेट्रोल-डीजल को नियंत्रण में लाने के लिए पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना चाहती है. इस बारे में राज्य सरकारों से पहले ही चर्चा हो चुकी है.
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