कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत प्रदेश के लगभग सभी जिलों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पार हो गयी है. प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने साइकिल चलाकर विरोध प्रदर्शन किया.
पेट्रोल की कीमतों में लगातार और बेतहाशा वृद्धि के विरोध में तृणमूल कांग्रेस के विधायक बेचाराम मान्ना और अन्य विधायक साइकिल चलाकर विधानसभा पहुंचे. विधानसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पेट्रोल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे दो मई को घोषित किये गये थे. तब से लेकर अब तक चार मई से पेट्रोल के दाम में 36 बार वृद्धि की गयी है. प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मांग की थी कि पेट्रोल के टैक्स में कटौती करें, ताकि कोरोना संकट के बीच महंगाई से त्रस्त आम लोगों को कुछ राहत मिले.
Also Read: ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी, कहा- पेट्रोल-डीजल पर टैक्स में कटौती करेंममता बनर्जी ने 5 जुलाई को प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने बताया था कि 4 मई से 8 बार पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ायी गयी हैं. इसमें सिर्फ जून के महीने में 6 बार पेट्रोल के दाम बढ़े हैं. ममता बनर्जी ने कहा है कि आश्चर्य की बात है कि जून, 2021 में महज एक सप्ताह के भीतर 4 बार पेट्रोल-डीजल के दाम में वृद्धि की गयी.
उन्होंने यह भी कहा है कि कहा कोरोना महामारी के दौर में भारत सरकार को पेट्रोल-डीजल पर टैक्स से 3.71 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. वर्ष 2014-15 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार के सत्ता में आने के बाद से पेट्रोल-डीजल पर टैक्स से सरकार के राजस्व में 370 फीसदी का इजाफा हो चुका है.
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