Jharkhand news: कोडरमा के 67 पेट्रोल पंप रहे बंद, करीब 3 करोड़ की बिक्री प्रभावित
jharkhand news: पेट्रोलियम पदार्थों पर वैट कम करने सहित 4 सूत्री मांगों को लेकर राज्यभर के पेट्रोल पंप बंद रहे. कोडरमा जिला के 67 पेट्रोल-पंप भी बंद रहे. इसके कारण करीब 3 करोड़ रुपये की बिक्री प्रभावित हुई है. हालांकि, कुछ निजी पेट्रोल पंप खुले दिखे.
Jharkhand news: झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के आह्वान का असर कोडरमा जिले में भी देखने को मिला. एसोसिएशन द्वारा पेट्रोलियम पदार्थों पर वैट कम करने सहित चार सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को नो सेल-नो परचेज के तहत राज्यभर के पेट्रोल पंप बंद रहे, तो जिला पेट्रोलियम संघ के अधीन करीब 67 पेट्रोल पंपों में सुबह 6 बजे से संध्या 6 बजे तक नो सेल-नो परचेज के तहत हड़ताल की गई.
इस हड़ताल से आमजनों को समस्या का सामना करना पड़ा. हालांकि, जिले में संचालित निजी कंपनी के पेट्रोल पंप आमदिनों की तरह खुले दिखे. दूसरी ओर, सरकारी एजेंसी से जुड़े पंपों में पेट्रोल-डीजल की बिक्री बंद रही. संध्या 6 बजे के बाद पेट्रोल पंपों को खोल दिया गया और पंप पहुंचने वाले लोगों को पेट्रोल-डीजल आदि उपलब्ध कराया गया.
जिला पेट्रोलियम संघ के अध्यक्ष संजय सोमानी, उपाध्यक्ष प्रदीप भदानी व सचिव दीपक छाबड़ा ने संयुक्त रूप से बताया कि झारखंड पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के आह्वान पर राज्य स्तरीय हड़ताल के तहत कोडरमा में भी सभी पेट्रोल पंप बंद रहे. निजी पंपो को छोड़ जिले में 67 पेट्रोल पंपों में सुबह 6 से शाम 6 बजे तक नो सेल-नो परचेज के आह्वान का समर्थन किया गया.
पदाधिकारियों ने बताया कि 12 घंटे की हड़ताल के कारण जिले में करीब 2.5 से 3 करोड़ रुपये की बिक्री प्रभावित हुई, जिससे राज्य सरकार के राजस्व में कोडरमा जिले से लगभग 50 लाख वैट का नुकसान हुआ. पदाधिकारियों ने बताया कि लंबे समय से एसोसिएशन द्वारा राज्य सरकार के समक्ष चार सूत्री मांगों को रखा गया है.
इसमें डीजल और पेट्रोल पर वैट 22 से घटाकर 17 प्रतिशत करने, सरकार पर लंबित बकाया राशि का तत्काल भुगतान करने, सरकारी विभाग से 15 दिनों के भीतर नियमित भुगतान करने, पर्यावरण को बचाने के लिए प्रदेश में बायो-डीजल के नाम पर नकली डीजल की बिक्री बंद करने आदि की मांगें शामिल हैं, लेकिन अब तक इसपर सरकार का ध्यान नहीं है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर दबाब बनाने को लेकर 12 घंटे का सांकेतिक हड़ताल किया गया है. इस सांकेतिक हड़ताल के बाद भी यदि राज्य सरकार मांगों को पूरा करने में विफल रहती है, तो भविष्य में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने को एसोसिएशन बाध्य होगा.
पदाधिकारियों की मानें, तो हड़ताल के दौरान आपातकालीन सेवाएं चालू रही. हड़ताल में जिला पेट्रोलियम संघ के कोषाध्यक्ष सुभाष मोदी, मीडिया प्रभारी ओम प्रकाश सिंह, सदस्य दीपक अग्रवाल, अनाद सामंता, अनीता तर्वे, संतोष यादव, प्रकाश यादव, सन्नी कृष्णा, मथुरा साव, विपिन वर्णवाल, राजकुमार यादव, प्रदीप यादव, उमेश यादव, विकास भदानी, अमित अग्रवाल आदि शामिल रहे.
हड़ताल पर रहे कर्मी, परेशान रहे वाहन चालक
राज्यस्तरीय हड़ताल के तहत मंगलवार को जहां जिले के करीब सभी सरकारी पेट्रोल पंप बंद रहे, तो इसका सीधा असर आमजनों पर पड़ा. वाहनों में पेट्रोल-डीजल खत्म होने पर पंप तक पहुंचे वाहन चालक परेशान नजर आये. सामंतों पेट्रोल पंप के कर्मी भी हड़ताल पर रहे. पेट्रोल पंप के कर्मी हाथों में तख्ती लिये खड़े दिखे. सामंतो पेट्रोल पंप के मैनेजर इंद्रजीत चटर्जी ने बताया कि राज्य के पदाधिकारियों के आह्वान पर सभी कर्मी हड़ताल पर रहे.
हड़ताल में अमित शर्मा, उमाकांत पांडेय, राजेश राम, राजेन्द्र दास, महेंद्र यादव, विवेक बनर्जी, मुन्ना सिंह, दिनेश राम, राजू राम, मनमोहन शर्मा, कन्हाई अधिकारी, मुन्ना साव, संजय राम, जयंत सरकार, मनीष कुमार, भवानी यादव, पूर्व कर्मचारी मो हसीम खान आदि शामिल रहे.
Posted By: Samir Ranjan.