PGICH नोएडा में मरीजों को मिल रही सस्ती दवाएं, HRF सिस्टम से मिल रही मदद
PGICH (पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ) नोएडा में भी संजय गांधी पीजीआई की तरह ही एचआएफ सिस्टम से मरीजों को सस्ती दवा उपलब्ध करायी जा रही है. खासबात यह है कि यहां मरीज गुगल पे, फोन पे, पे टीएम से भी भुगतान कर सकते हैं.
Noida News: PGICH (Post Graduate Institute of Child Health) नोएडा में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को 40 से 70 फीसदी छूट पर दवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. HRF (Hospital Revolving Fund) की मदद से ऐसा संभव हुआ है. लगभग 700 तरह की दवाएं पीजीआईसीएच नोएडा अपने मरीजों को छूट पर उपलब्ध करा रहा है.
700 तरह की दवाओं पर मिल रही छूट
PGICH के निदेशक प्रो. अजय सिंह ने बताया कि मरीजों के हित में संस्थान में हॉस्पिटल रिवाल्विंग फंड के तहत फार्मेसी का संचालन किया जा रहा है. जिसमें कैंसर, हृदय रोग, शुगर आदि कई बीमारियों की लगभग 700 प्रकार की दवाओं और कंज्युमेबल को मरीजों को 40 से 70% की छूट पर उपलब्ध कराया जा रहा है. एचआरएफ के तहत दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया से बेस्ट फर्म का चुनाव किया जाता है. जिससे संस्थान में आने वाले मरीजों को कम दर पर उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं को उपलब्ध कराया जा सके.
प्रो. अजय सिंह ने बताया कि भविष्य में इसमें और भी दवाओं, कंज्युमेबल आदि उपलब्ध कराने के लिए टेंडर प्रक्रिया का चल रही है. एचआरएफ के तहत संस्थान की फार्मेसी सहित पंजीकरण काउंटर पूर्णतः डिजिटलाइज है. जहां पर मरीज ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में भुगतान किया जा सकता है.
ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा
ऑनलाइन पेमेंट मोड में संस्थान फोन पे, गूगल पे, पेटीएम यूपीआई के माध्यम से भी पेमेंट स्वीकार किया जा रहा है. वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए भी नर्सिंग स्टेशन से दवा की मांग को फार्मेसी में मरीज के नाम और रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ बिल कर के भेज दिया जाता है. जिससे मरीजों के तीमारदारों को परेशानी का सामना न करना पड़े.
वर्तमान में लोग बहुत ज्यादा यूपीआई, पेटीएम, फोन पे, गूगल पे के माध्यम से खरीददारी एवं अन्य सेवाओं का भुगतान कर रहे हैं. इसीलिए संस्थान ने भी मरीजों के हित में इन पेमेंट मोड को अपनाया है. इससे मरीज के परिजन कैश या कार्ड ना होने पर भी यूपीआई के माध्यम से भुगतान कर लेते हैं और असुविधा से बच जाते हैं.
जल्द ही शुरू होगा ई-हॉस्पिटल सिस्टम
HRF के मेंबर सेक्रेट्री डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि निकट भविष्य में संस्थान में ई-हॉस्पिटल सॉफ्टवेयर लगने जारहा है. जिससे मरीजो को बार-बार दवाइयों, नमूनों आदि की बिलिंग कराने के लिए रिसेप्शन पर नहीं जाना पड़ेगा. मरीज के परिजन डिस्चार्ज के समय एक साथ हॉस्पिटल चार्जेज और अन्य खर्चो जैसे दवाओं, नमूनों का बिल जमा करा सकेंगे.