चार नवंबर में न्याय का देवता शनि वक्री से मार्गी होंगे, जब शनि देव सीधी दिशा में चलना प्रारंभ करते हैं, तो इसे शनि देव का मार्गी होना कहा जाता है. नवंबर 2023 में सूर्य, शनि, शुक्र, बुध और मंगल ग्रह गोचर करेंगे, इसी महीने वृश्चिक राशि में बुध, मंगल और सूर्य की युति बनेगी, जिससे त्रिग्रही योग का निर्माण होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवंबर में ग्रहों की उथल-पुथल कई राशियों के लिए लाभकारी तो किसी के लिए हानिकारक होने वाली है.
नवंबर का महीना खास इसलिए माना जा रहा है कि ग्रह गोचर की शुरुआत और समाप्ति दोनों ही सौंदर्य, विलासिता, धन और सुख के कारक शुक्र से होगी. तीन नवंबर 2023 को सुबह 05 बजकर 24 मिनट पर शुक्र कन्या राशि में प्रवेश करेंगे. फिर इसी महीने में 30 नवंबर 2023 को सुबह 01 बजकर 14 मिनट पर तुला राशि में प्रवेश करेंगे.
कर्म फलदाता और न्याय के देवता शनिदेव चार नवंबर को मार्गी होंगे. चार नवंबर से सीधी चाल चलेंगे. 4 नवंबर 2023 को दोपहर 12 बजकर 31 मिनट पर शनि ग्रह कुंभ राशि में वक्री से मार्गी होंगे.
ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह 6 नवंबर 2023 की शाम 04 बजकर 32 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे, इसके बाद बुध का दूसरा गोचर 27 नवंबर 2023 को सुबह 06 बजकर 02 मिनट पर धनु राशि में होगा. बुध का गोचर बेहद खास माना जा रहा है.
ग्रहों के सेनापति और साहस के कारक ग्रह मंगल 16 नवंबर 2023 को सुबह 11 बजकर 04 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे. मंगल ग्रह शौर्य, साहस, पराक्रम, खेल, सेना, पुलिस और क्रोध के कारक हैं, इसलिए जब भी मंगल ग्रह की चाल में बदलाव होता है, तो इन सेक्टरों के साथ सभी राशियों पर प्रभाव देखने को मिलता है.
ग्रहों का राजा सूर्य 17 नवंबर 2023 को सुबह 01 बजकर 30 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे. यहां पहले से विराजमान बुध, मंगल की युति से त्रिग्रही योग बनेगा. सूर्य किसी घर में लगभग 30 दिन तक रहते है.
नवंबर में ग्रहों का गोचर मेष, वृषभ, तुला, कर्क और कुंभ राशि के जातकों को विशेष लाभ देगा, इन राशियों के नौकरी में अच्छे दिन शुरू होंगे. व्यापार में मुनाफा होगा. परिवार में खुशियों का आगमन होगा.