कबूतरों को दाना खिलाना हर किसी को बहुत अच्छा लगता है. हममें से ज्यादातर लोग सुबह-सुबह कबूतरों को दाना खिलाते भी हैं. लेकिन अगर ये कबूतर घर में घोंसला बना ले तो लोगों को परेशानी होने लगती है. कबूतर अकसर घर की बालकनी में या बाहर की तरफ किसी कोने में अपना घोंसला बना लेते हैं. हालांकि इनकी बीट से घर बहुत गंदा होता और यही वजह है कि लोग अपने घरों में कबूतरों को घोसला बनाने नहीं देते या भगा देते हैं. अक्सर लोग ऐसा भी मानते हैं कि कबूतर का घर में घोंसला बनाना दुर्भाग्य का सूचक है.
कबूतर घोसला बना ले तो घर में आती है सुख-समृद्धि
कुछ मान्यताओं की बात करें तो कबूतर को मां लक्ष्मी का भक्त माना जाता है. जिसे देखते हुए कई लोग कबूतर का घर में आना शुभ मानते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अगर कबूतर घर में घोंसला बना ले तो इससे परिवार में सुख समृद्धि आने लगती है. हालांकि कुछ का मानना है कि कबूतरों का आना अशुभ संकेत होते हैं. इससे घर परिवार की प्रगति में बाधा उत्पन्न होती है. ऐसे में अगर घर की बालकनी, छत के पास या अन्य जगहों पर कबूतर अपना घर बना लें तो उसे तुंरत हटा देना चाहिए वरना परेशानियां आने लगती हैं.
घर की छत पर नहीं आंगन में डालें कबूतरों को दाना
कबूतरों को दाना खिलाना पुण्य का काम माना जाता है साथ ही ऐसा माना गया है कि यदि पक्षियों को दाना खिलाते हैं तो कई तरह के ग्रह दोष खत्म हो जाते हैं. शास्त्रों में कबूतर को शांति का प्रतीक माना गया है. लेकिन ऐसा भी कहा जाता है कि कबूतरों को दाना खिलाने के लिए कभी भी अपनी छत का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. ऐसा भी कहा जाता है कि घर की छत पर कबूतरों को दाना न डालकर आंगन में डालना चाहिए. ज्योतिष के अनुसार ऐसा करने से बुध और राहु ग्रह के दोष ठीक होते हैं.
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बुध ग्रह की स्थिति ठीक हो जाती है
कबूतरों को दाना खिलाने से कई तरह की बीमारियों से मुक्ति मिलती है. ऐसे घरों पर माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है. परिवार में कलह की स्थिति नहीं रहती. सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. यदि कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति खराब होती है तब भी कबूतरों को दाना जरूर खिलाना चाहिए. माना जाता है कि अगर कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर है तो किसी कबूतर को पिंजरे से आजाद करने से लाभ मिलता है.