गंगासागर से शिव कुमार राउत. भारतीय संस्कृति में मोक्ष पर्व के रूप में प्रसिद्ध मकर स्नान के लिए पुण्यार्थी सागरतट यानी गंगासागर पहुंचने लगे हैं. जिला प्रशासन के अनुसार, बुधवार और गुरुवार को करीब तीन लाख लोगों की पुण्य स्नान (Holy Dip in Gangasagar) किया. इस बर कुंभ मेला नहीं लग रहा है. ऐसे में सागर तट पर अधिक भीड़ उमड़ने की संभावना है. गंगासागर के लिए कहा जाता था कि सारे तीरथ बार-बार, गंगासागर एक बार, क्योंकि तब गंगासागर की यात्रा काभी दुर्गम थी.
भागलपुर से शुरू होती थी गंगासागर की यात्रा
संभवतः मंदार पर्वत (वर्तमान भागलपुर) के समीप से यात्रा शुरू होती थी और बंगाल सहित तमाम छोटे-छोटे द्वीपों को पार कर विशाल गंगा नदी में लहराती नौकाएं कई दिनों में गंगासागर तक पहुंचती थीं. न जाने कितने ही यात्रियों के लिए गंगासागर की यात्रा अंतिम यात्रा साबित होती थी. पुराने गजेटियरों में नौका डूबने और बर्मा (म्यांमार) आदि से समुद्री लुटेरों के आने की घटनाओं की भरमार है.
हाई-टेक हुई गंगासागर की यात्रा
अब तस्वीर पूरी तरह से बदल गयी है. बदलते वक्त के साथ गंगासागर की यात्रा भी हाई-टेक हो गयी है. अब मेला पर नजर रखने के लिए तकनीक का सहारा लिया जा रहा है. ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों की मदद से मेले पर नजर रखी जा रही है.
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गंगासागर मेले के लिए तटरक्षक बल व नौसेना ने बढ़ायी निगरानी
भारतीय तटरक्षक (आइसीजी) ने गंगासागर मेले के लिए पश्चिम बंगाल में तटरेखा से लगे क्षेत्र की निगरानी बढ़ा दी है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. स्नान के लिए पहुंचने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए होवरक्राफ्ट, तेज गति वाली गश्ती नौकाएं और इंटरसेप्टर नौकाओं की तैनाती की गयी है. उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में 24 घंटे नौकाएं तैनात रहेंगी. वहीं, एनडीआरएफ की पांच टीमें पुण्यार्थियों की सुरक्षा के लिए तैनात हैं.
आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा टीम तैनात
इस बार गंगासागर मेले के लिए आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) के कुल 1,556 वॉलेंटियर तैनात किये गये हैं. इन्हें लॉट-8, कचुबेरिया, नामखाना और बेनूवन में तैनात किया गया है. पुण्य स्नान के लिए पहुंचने वाले लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ परिवार से बिछड़ चुके लोगों की मदद के लिए इन्हें तैनात किया गया है. ये लोग बीमार पड़ने वाले श्रद्धालुओं को अस्पताल पहुंचाने में भी मदद कर रहे हैं. मेला परिसर के लिए कुल 500 वॉलेंटियर तैनात रखे गये हैं. इस बार महिला वॉलेंटियर भी मेले में सक्रिय हैं.