बरेली: पीलीभीत में एक नाबालिग लड़की के साथ दबंगों ने रात भर बलात्कार किया. उसके पिता जब पुलिस के पास एफआईआर कराने गये तो उनकी सुनी नहीं गयी. बेटी को न्याय न दिला पाने से आहत पिता ने आत्महत्या कर ली. जब मामला चर्चा में आया तब पुलिस के उच्चाधिकारियों ने दरोगा मुकेश कुमार शुक्ला को निलंबित कर दिया गया.
बताया जा रहा है कि अमरिया क्षेत्र के एक ग्रामीण ने नौ मई को पुलिस में तहरीर दी थी कि उसकी नाबालिग बेटी को तीन युवकों ने जबरदस्ती उठा लिया है. लेकिन पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी. इस घटना को 24 घंटे बाद ही आरोपियों का एक रिश्तेदार नाबालिग लड़की को थाने लेकर पहुंचा था. इसके बाद लड़की को उसके परिवारीजनों को सौंप दिया गया.
लड़की के परिवारीजनों के अनुसार पूरी रात उसके साथ दुष्कर्म हुआ. इसमें तीनों युवक शामिल थे. इन युवकों और उनके परिवारीजनों ने लड़की के पिता को पुलिस में मामला न ले जाने की धमकी थी दी थी. धमकी और अपनी बेटी की हालत देखकर पिता ने आत्महत्या कर ली थी. इससे यह मामला तूल पकड़ गया. नाबालिग लड़की के लापता होने और उसकी इसकी एफआईआर दर्ज न होने की जानकारी जब पुलिस के उच्चाधिकारियों को हुई तो हड़कंप मच गया.
बताया जा रहा है कि पूरे गांव में इससे पुलिस के प्रति आक्रोश था. पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में एएसपी को जांच के आदेश दिये.जांच में अमरिया एसओ मुकेश शुक्ला द्वारा एफआईआर न लिखे जाने की शिकायत सही पायी गयी. इसके बाद एसपी ने एसओ मुकेश शुक्ला को सस्पेंड कर दिया है. इस मामले में तीनों आरोपी गिरफ्तार कर लिये गये हैं. लड़की को थाने लेकर आने वाले रिश्तेदार की तलाश की जा रही है.