Pilibhit News: सरकार मरीजों को इलाज देने का भरोसा देती है. पीलीभीत जिला अस्पताल से मरीजों की शिकायत आ रही थी. फिर क्या था? शनिवार को डीएम पुलकित खरे अधिकारियों की टीम के साथ जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंच गए. इस दौरान दो चिकित्सक गायब मिले. इससे नाराज हुए डीएम साहब ने सीएमएस को जमकर फटकार लगाई. दोनों चिकित्सकों को वेतन रोककर शोकॉज पूछा.
दरअसल, कोरोना काल के बाद इन दिनों डेंगू से जिले में हाहाकार मचा है. सैकड़ों लोग पीड़ित हैं. कई लोगों की जानें चली गई हैं. जिले की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह बेहाल हैं. जिला अस्पताल का आलम यह है कि सुबह होते ही मरीजों की लंबी लाइन लग जाती है. चिकित्सक समय से कक्ष में नहीं पहुंचते. मरीजों की शिकायत है कि सुबह 10 बजे के बाद चिकित्सक पहुंचते हैं. ऐसे में मरीजों की जांच भी नहीं हो पाती.
मरीजों की लगातार मिल रही शिकायतों और सीएम के पीलीभीत जिले के कार्यक्रम को देखते हुए डीएम पुलकित खरे जिलास्तर के अधिकारियों की टीम के साथ जिला अस्पताल जा पहुंचे. डीएम ने एक-एक कक्ष का निरीक्षण किया. स्वास्थ्य सेवाओं को देखा और मरीजों से भी बातचीत की. इस दौरान मरीजों की लंबी लाइन देखकर वो दंग रह गए. मरीजों ने बताया कि वो सुबह आठ बजे से लाइन में लगे हैं. उनके पर्चे देर से बनाए जाते हैं. इसी तरह डीएम को बताया गया कि चिकित्सक भी समय पर नहीं आते.
जब डीएम ने चिकित्सकों के रोस्टर को चेक किया तो सर्जरी विभाग के दो डॉक्टर गायब मिले. डीएम ने दवाइयों की उपलब्धता को भी देखा. इस पर डीएम ने सीएमएस रतनपाल सुमन को फटकार लगाई. सीएमएस को सुधार के निर्देश दिए. डीएम ने गायब मिले दोनों चिकित्सक डॉ. नितिन मलिक और डॉ. आरएस यादव का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण पूछा है. इस कार्रवाई के दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नूपुर गोयल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व कुंवर, बहादुर एडीएम न्यायिक देवेंद्र प्रताप मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट राजेश कुमार एसडीएम सदर योगेश गौड समेत पूरा प्रशासनिक अमला मौजूद रहा.
(रिपोर्ट:- मुहम्मद साजिद, बरेली)
Also Read: Bareilly News: कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब से बिगड़ेगा साम्प्रदायिक सौहार्द- बरेलवी उलमा