Pitru Paksha 2023: पितृपक्ष के दौरान हिन्दू धर्म में मान्यता है कि पितर यानी पूर्वज आत्माएं अपने परिवार के लोगों के पास किसी खास रूप में विचरण करती हैं. यह मान्यता है कि पितर विशेष रूप से गणेश पुरी, गया, काशी, यमुना नदी के किनारे, और उनके आदिकाल में जिन स्थलों पर जीवन गुजारे वहाँ आत्मा का आशीर्वाद देते हैं. परिवार के लोग इन स्थलों पर पितृ पक्ष में पितरों का श्रद्धा पूर्वक श्राद्ध करके उनका पिंड दान और तर्पण करते हैं. पितृ पक्ष के दौरान कुछ खास संकेतों से पता चलता है कि हमारे पूर्वज हमारे आसपास ही मौजूद हैं. आइए जानते हैं इन संकेतों के बारे में
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हिंदू मान्यताओं के अनुसार पीपल पर पितरों का भी वास होता है. आपके घर में अगर अचानक से पीपल का पेड़ निकल आए तो यह पितरों के आसपास मौजूद होने का संकेत होता है.
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पितृ पक्ष के दौरान आपको घर में बहुत सारी लाल चीटियां दिखाई दें तो यह भी पितरों के आसपास होने का संकेत है
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पितृपक्ष के दौरान अगर आप अपने पूर्वजों के साथ मिलने के सपने देखते हैं तो यह भी पितरों के आसपास होने का संकेत है
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अचानक किसी प्रकार की अत्यंत सुगंध का अनुभव करना, जैसे कि फूलों या इत्रों की. यह भी पितरों के आसपास होने का संकेत है
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पितृपक्ष के दौरान पूर्वजों के आसपास होने से लोग छिपी हुई चीजों को एकत्र होते हुए पाते हैं, जैसे कि पुराने फोटो, पत्र, या आदर्शक वस्तुएं.
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पितृपक्ष के दौरान, प्राकृतिक घटनाएँ भी हो सकती हैं, जैसे कि अचानक बदलता मौसम या अद्वितीय प्राकृतिक दृश्य.
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ये संकेत लोगों के अनुभवों का हिस्सा हो सकते हैं और वे इन्हें अपने पूर्वजों के साथ कनेक्ट होने के रूप में मान सकते हैं.
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पितृ पक्ष के दौरान अगर कौआ आपके घर में आकर भोजन ग्रहण करता है तो इसका मतलब है कि आपके पूर्वज आपके आसपास मौजूद हैं और आप पर उनकी दया दृष्टि है.
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पितृ पक्ष के दौरान काले कुत्ते को पितरों का संदेशवाहक माना जाता है. इन दिनों में काले कुत्ते का दिखना एक शुभ संकेत माना जाता है.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847