झारखंड : ग्रामीणों के विरोध करने पर अंधाधुंध फायरिंग करने वाला नक्सली अरेस्ट, लेवी वसूलने वाला भी गिरफ्तार
चक्रधरपुर थाना प्रभारी चंद्रशेखर कुमार ने बताया कि 17 जनवरी को बंदगांव थाना क्षेत्र के कारिका गांव में रात लगभग 11 बजे 8 से 10 की संख्या में पीएलएफआई नक्सली गांव पहुंचे थे. बाद में किसी कारण नक्सलियों का विरोध शुरू हुआ. इसके बाद पूरे गांव ने नक्सलियों के खिलाफ बिगुल फूंक दिया.
बंदगांव (पश्चिमी सिंहभूम), अनिल तिवारी. पश्चिमी सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित बंदगांव थाना के कारिका गांव में पीएलएफआई नक्सलियों ने 17 जनवरी को अंधाधुंध फायरिंग की थी. इस घटना में एक महिला घायल हो गयी थी. इस मामले में चाईबासा पुलिस ने बंदगांव निवासी निरल पूर्ति उर्फ निरल टोपनो को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने निरल की निशानदेही पर 160 राउंड गोली बरामद की है. निरल वर्तमान में जोनल कमांडर सुखराम गुड़िया के लिए काम करता है. नक्सलियों के लिए लेवी वसूलने वाले बिरसा पूर्ति को भी गिरफ्तार किया गया है. दोनों को पुलिस ने जेल भेज दिया है.
अंधाधुंध फायरिंग में घायल हो गयी थी महिला
चक्रधरपुर थाना प्रभारी चंद्रशेखर कुमार ने बताया कि 17 जनवरी को बंदगांव थाना क्षेत्र के कारिका गांव में रात लगभग 11 बजे 8 से 10 की संख्या में पीएलएफआई नक्सली गांव पहुंचे थे. बाद में किसी कारण नक्सलियों का विरोध शुरू हुआ. इसके बाद पूरे गांव ने नक्सलियों के खिलाफ बिगुल फूंक दिया. इसी दौरान जान बचाने के लिए नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग की. इससे कारिका गांव निवासी करमी हासा पूर्ति के पैर में गोली लग गयी. घटना की सूचना मिलने के बाद बंदगांव थाना प्रभारी विकास कुमार द्वारा एंबुलेंस भेज महिला को बेहतर इलाज के लिए खूंटी भेजा गया था, जहां से डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स भेज दिया था.
दोनों आरोपियों को पुलिस ने भेजा जेल
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इस मामले का आरोपी निरल अपने घर आया हुआ है. इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया. एक और मामले में पुलिस को कामयाबी मिली है. पुलिस ने नक्सलियों के लिए लेवी वसूलने वाले बिरसा पूर्ति को भी गिरफ्तार किया गया है. दोनों को पुलिस ने जेल भेज दिया है.