Bareilly News: 6 साल से सो रहे थे विपक्षी, यूपी चुनाव के पहले पीएम मोदी के ऐलान पर कसने लगे तंज

पीएम नरेंद्र मोदी ने 28 फरवरी 2016 को आयोजित किसान स्वाभिमान रैली में देश की 75वीं वर्षगांठ यानी 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने का ऐलान किया था. जोकि आज भी पूरा नहीं हो सका है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 1, 2022 1:06 PM

Bareilly News: छह साल पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने बरेली के रामपुर में 28 फरवरी 2016 को आयोजित किसान स्वाभिमान रैली में देश की 75वीं वर्षगांठ यानी 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने का ऐलान किया था. अब जब 6 साल बीत चुके हैं, और किसानों की स्थिति में कोई सुधान नहीं है, तो इसे लेकर विपक्षी पार्टियों ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है.

पीएम का प्लान अब तक धरातल पर नहीं

दरअसल, किसानों की आय दोगुनी करने के लिए भारत सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश के लिए सलाहकार समिति की बरेली में बैठकें हुई. इन पर करोड़ों रुपए खर्च भी हुए. मगर किसानों की आय दोगुनी करने का कोई प्लान तैयार नहीं हो पाया. यह ऐलान प्रधानमंत्री ने 2017 के चुनाव से पहले किया था

विपक्षियों ने पीएम मोदी पर कसा तंज

एक बार फिर देश में पांच राज्यों के चुनाव का समय आ गया है. जिसके चलते नए साल की सुबह में ही विपक्षियों ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री के किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश की है. सोशल मीडिया पर किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं. इसके साथ ही कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने भी सरकार को घेरा है.

कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया पर कहा इस सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था. इसमें कुछ घंटे ही शेष बचे हैं. क्या यह वायदा पूरा हुआ है? क्या किसानों की आय दोगुनी हो गई है? सोशल मीडिया पर सरकार को जुमलेबाजों की सरकार का आरोप लगाया गया है. सपा नेता सय्यद फरहान अली ने कहा कि, जुमलेबाज हर चुनाव से पहले जनता के बीच जुमले छोड़ते हैं. मगर, कोई काम नहीं होता.

पीएम का यह था प्लान

प्रधानमंत्री ने बरेली में 28 फरवरी 2016 को कहा था, 2022 में जब देश आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहा होगा. उस वक्त किसान की आय हम दोगुनी कर देंगे. यही मेरा सपना है. इसके लिए खेती के साथ पशुपालन पर भी जोर दिया गया था. उन्होंने पंजाब, हरियाणा के साथ ही मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने पर किसानों की आय में सुधार होने की बात कही थी.

यह बनी थी कमेटी

प्रधानमंत्री के किसानों की आय दोगुनी करने के ऐलान के बाद भारत सरकार ने स्टेट एडवाइजरी कमेटी गठित की थी. इसमें आईवीआरआई (भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान) के डायरेक्टर कन्वीनर बनाया गया था.इसके साथ ही रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय विश्वविद्यालय झांसी के कुलपति डॉ अरविंद कुमार को अध्यक्ष.उनकी अध्यक्षता में आईवीआरआई में तीन साल काफी बैठक हुई. सलाहकार समिति ने सरकार को रिपोर्ट भी सौंपी. मगर, किसानों की आय पर कहीं नहीं पड़ा.

किसानों बोले, पहले से बदतर है स्थिति

किसानों की आय दोगुनी के सवाल पर किसान नेता हरवीर सिंह और चौधरी गजेंद्र सिंह ने कहा. कि इस सरकार में किसानों की हालत पहले से भी खराब हुई है.गन्ने का भुगतान नहीं हो रहा है. इसके साथ ही बिजली से लेकर खाद और लेबर भी महंगी हुई है. इसीलिए किसान आत्महत्या को मजबूर है.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद

Next Article

Exit mobile version