अगले वर्ष देश में लोकसभा चुनाव होना है और इसके लिए काली पूजा के बाद से ही राजनीतिक दल प्रचार मैदान में उतरने जा रहे हैं. इसी बीच, स्वयंसेवी संगठन अखिल भारतीय संस्कृत परिषद ने महानगर में गीता जयंती नाम से विशेष गीता पाठ सत्र आयोजित करने का फैसला किया है. जानकारी के अनुसार, इस गीता पाठ सत्र में स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक, आयोजकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गीता जयंती कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. हालांकि, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से अब तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी है.
गौरतलब है कि अखिल भारतीय संस्कृत परिषद यहां 24 दिसंबर को ””गीता जयंती”” के अवसर पर ब्रिगेड में एक भव्य गीता पाठ कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के करीबी इस धार्मिक संगठन के मुताबिक, 24 दिसंबर को कम से कम एक लाख लोगों की आवाज से गीता पढ़ने का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व द्वारका शंकराचार्य को भी आमंत्रण भेजा गया है.
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इस संबंध में आयोजकों की ओर से बताया गया है कि 24 दिसंबर को गीता जयंती के अवसर पर तीन घंटे के इस कार्यक्रम में गीता के मुख्य पांच अध्यायों का पाठ किया जायेगा. इसका पाठ एक लाख एकत्रित स्वरों द्वारा किया जायेगा. हालांकि, इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ-साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी आमंत्रित किया गया है. राज्यपाल सीवी आनंद बोस को भी निमंत्रण भेजा जा रहा है. गौरतलब है प्रधानमंत्री के आने के पहले ही राजनीति सरगर्मी तेज होनी शुरु हो गई है.