हिमाचल प्रदेश जाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को डेरा ब्यास के बाबा गुरिंदर सिंह से पंजाब के अमृतसर में मुलाकात की. राजनीति के जानकारों की मानें तो पीएम मोदी का हिमाचल पहुंचने से पहले बाबा गुरिंदर सिंह से मुलाकात के बड़े सियासी मायने हैं. दरअसल, बाबा गुरिंदर का पंजाब ही नहीं, हिमाचल प्रदेश में भी गहरा प्रभाव है.
बताते चलें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की घोषणा के साथ ही बीजेपी और कांग्रेस ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है. इसी कड़ी में पीएम मोदी आज हिमाचल प्रदेश में दो चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे. बता दें कि 12 नवंबर को हिमाचल प्रदेश की सभी 68 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होनी है और 8 दिसंबर को नतीजे आने हैं.
वहीं, हिमाचल में चुनावी बिगुल फूंकने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमृतसर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह से मुलाकात को लेकर सियासी चर्चाओं का बाजार गरम है. दरअसल, इस मुलाकात को सीधे तौर पर चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है. क्योंकि, पीएम मोदी ने पंजाब चुनाव से ठीक पहले भी बाबा गुरिंदर सिंह से मुलाकात की थी और अब हिमाचल चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री की ढिल्लों से मुलाकात के भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
साल 1891 में राधा स्वामी डेरे की स्थापना बाबा जैमल जी ने की थी. अमृतसर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास एक आध्यात्मिक केंद्र है और इसके देश और दुनिया में करोड़ों अनुयायी हैं. पंजाब, हरियाणा एवं हिमाचल में भी राधा स्वामी सत्संग के अनुयायियों की कमी नहीं है. जानकारी के मुताबिक, अकेले हिमाचल प्रदेश में इनकी संख्या 5 लाख के करीब है. बताया जा रहा है कि राधा स्वामी सत्संग डेरे के हिमाचल के हर जिले में अनुयायी है.