PM Modi in Bengal: कल सुंदरवन के मथुरापुर में प्रधानमंत्री मोदी, चुनाव से पहले क्या कहते हैं दक्षिण 24 परगना के लोग
PM Modi in Bengal: बंगाल में विधानसभा चुनाव (Bengal Chunav 2021) के दूसरे चरण में गुरुवार (1 अप्रैल) को दक्षिण 24 परगना जिला (South 24 Pargana) में स्थित सुंदरवन (Sundarban) क्षेत्र के चार विधानसभा क्षेत्रों सागर, काकद्वीप, गोसाबा और पाथर प्रतिमा में मतदान है. एक अप्रैल को ही सुंदरवन के मथुरापुर (Mathurapur) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की जनसभा भी है. सुंदरवन क्षेत्र वर्ष 2020 में अम्फान (Amphan Cyclone) से तबाह हो गया था. बुलबुल तूफान (Bulbul Cyclone) से भी लोग खासे प्रभावित हुए थे.
कोलकाता (नम्रता पांडेय) : बंगाल में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में गुरुवार (1 अप्रैल) को दक्षिण 24 परगना जिला में स्थित सुंदरवन क्षेत्र के चार विधानसभा क्षेत्रों सागर, काकद्वीप, गोसाबा और पाथर प्रतिमा में मतदान है. एक अप्रैल को ही सुंदरवन के मथुरापुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा भी है. सुंदरवन क्षेत्र वर्ष 2020 में अम्फान से तबाह हो गया था. बुलबुल तूफान से भी लोग खासे प्रभावित हुए थे.
पाथर प्रतिमा व कुलतली में भारी नुकसान हुआ था. अम्फान से तो दक्षिण 24 परगना के 310 गांवों के लाखों लोग प्रभावित हुए थे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लगातार जनसभाएं कर रहे हैं. पिछले दिनों अमित शाह ने सागर व गोसाबा में जनसभा के दौरान कहा कि राज्य में भाजपा सरकार बनने पर सुंदरवन को दो वर्षों में अलग जिले का दर्जा दिया जायेगा.
उन्होंने यह भी कहा था कि इन क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करेंगे और एम्स अस्पताल खोलेंगे, ताकि स्थानीय लोगों को इलाज के लिए कोलकाता न जाना पड़े. श्री शाह ने गंगासागर को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में मान्यता देने की बात भी कही है. वहीं, ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में फिर तृणमूल सरकार बनने पर क्षेत्र के विकास के अधूरे कार्यों को पूरा किया जायेगा.
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ममता बनर्जी के अनुसार, उनकी सरकार ने सुंदरवन की सड़कों को दुरुस्त कराया है. गंगासागर मेला अब उनकी सरकार के प्रयास से दुर्गम नहीं रहा. ममता बनर्जी के मुताबिक, चक्रवाती तूफान के समय राज्य सरकार सुंदरवन के लोगों के साथ खड़ी रही. उनकी हरसंभव मदद की. दूसरी ओर, केंद्र सरकार ने अम्फान तूफान के पीड़ितों की मदद के लिए राज्य को एक पैसा नहीं दिया.
क्या कहते हैं सुंदरवन के लोग
चुनाव को लेकर यहां के लोग खासे मायूस हैं. अम्फान से हुए नुकसान के बाद कई जेटियां व पुल टूट गये. गांवों में अब भी कच्ची सड़कें हैं. महिलाओं को पीने का पानी लाने के लिए दूर जाना पड़ता है. पाथर प्रतिमा में महिलाओं ने मिलकर वहां की बदहाल कच्ची सड़क को चलने के लायक बनाया है. उनकी मांग है कि राज्य में जो भी सरकार आये, उन्हें रोजगार के अवसर मुहैया कराये.
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सुंदरवन की अहमियत
यह गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना नदियों के डेल्टा पर स्थित है. यह दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा है. भारत और बांग्लादेश में फैले बंगाल की खाड़ी के तटीय क्षेत्र में एक विशाल वन पारिस्थितिकी तंत्र है. इसमें दुनिया का सबसे बड़ा मैंग्रोव जंगल है. अधिकांश क्षेत्र को लंबे समय से आरक्षित वन का दर्जा मिला है, लेकिन इसे वर्ष 1973 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया. वर्ष 1984 में स्थापित सुंदरवन नेशनल पार्क बाघ अभयारण्य के भीतर का कोर क्षेत्र है, जिसे वर्ष 1987 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया.
यूनेस्को द्वारा वर्ष 2001 में सुंदरवन को बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया गया. भारत के सुंदरवन वेटलैंड को जनवरी 2019 में रामसर कन्वेंशन के तहत ‘अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि’ के रूप में भी मान्यता दी गयी. सुंदरवन नेशनल पार्क में पक्षियों की 260 प्रजातियों सहित जीवों की एक विस्तृत शृंखला पायी जाती है.
यह पार्क कई दुर्लभ और विश्व स्तर पर संकटग्रस्त वन्यजीव प्रजातियों जैसे कि खारे पानी का मगरमच्छ, रॉयल बंगाल टाइगर, वॉटर मॉनीटर छिपकली, गंगा डॉल्फिन तथा ओलिव रिडले कछुओं का घर है. सुंदरवन डेल्टा विश्व का एकमात्र ऐसा मैंग्रोव जंगल है, जहां बाघों का निवास है.
Posted By : Mithilesh Jha