Varanasi News: पीएम मोदी का 23 दिसंबर को काशी आगमन, बनास डेयरी का देंगे तोहफा, इतने हजार लोगों को रोजगार तय

5 लाख लीटर रोजाना दुग्ध उत्पाद तैयार करने वाली डेयरी 30 एकड़ जमीन पर 457 करोड़ रुपए की लागत से लगभग डेढ़ साल में बनकर तैयार हो जाएगी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 21, 2021 7:10 PM

Varanasi News: पीएम नरेंद्र मोदी 23 दिसंबर को वाराणसी आने वाले हैं. यात्रा में पीएम मोदी गुजरात के बनासकांठा जिला दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड की बनास डेयरी का शिलान्यास करेंगे. इसका शिलान्यास जिले के करखियांव में होगा. इस प्लांट से वाराणसी और इसके करीबी छह जिलों के पशुपालकों को घर बैठे रोजगार मिलेगा. 5 लाख लीटर रोजाना दुग्ध उत्पाद तैयार करने वाली डेयरी 30 एकड़ जमीन पर 457 करोड़ रुपए की लागत से लगभग डेढ़ साल में बनकर तैयार हो जाएगी.

बनास डेयरी के चेयरमैन शंकर भाई चौधरी ने बताया कि शिलान्यास के साथ ही पीएम मोदी बनास डेयरी के 1.75 लाख दुग्ध उत्पादकों के खाते में 2020-21 के लाभांश के 35.19 करोड़ रुपए डिजिटली ट्रांसफर करेंगे.

शंकर भाई चौधरी ने बताया कि गुजरात अमूल मॉडल पर करखियांव गांव में प्लांट तैयार होगा. यहां सालभर दूध की प्रोसेसिंग की जाएगी. शादियों के ही सीजन में नही, हमारा प्लान है कि हर एक किसान इस दुग्ध प्लांट से जुड़े. हर एक किसान की आमदनी बढ़े, सभी लाभांवित हो. हमारे देश के पीएम नरेंद्र मोदी का सपना था कि यहां अमूल प्लांट बने. उनका सपना अब वाराणसी में साकार होने जा रहा है.

बनास डेयरी के चेयरमैन के मुताबिक पीएम मोदी चाहते थे कि पूर्वांचल में भी दूध क्रांति की शुरुआत हो. अभी इस प्लांट की कैपिसिटी रोजाना 5 लाख लीटर दुग्ध उत्पादन होगी. इसे बाद में बढ़कर 10 लाख लीटर तक पहुंचाया जाएगा. यहां पर दही, छांछ, लस्सी, पनीर, आइसक्रीम की प्रोसेसिंग भी होगी. शुरुआत में जौनपुर, वाराणसी, मछलीशहर तीन जिलों के किसानों तक पहुंचने की प्लानिंग है. बाद में पूरे पूर्वांचल तक पहुंचने का काम किया जाएगा. इस योजना पर 475 करोड़ रुपए खर्च होंगे.

उत्तर प्रदेश में कानपुर और लखनऊ के बाद अब वाराणसी में बनास डेयरी का काम शुरू होने जा रहा है. हम वाराणसी, जौनपुर, चंदौली, भदोही, गाजीपुर, मिर्जापुर और आजमगढ़ जिले के 1,000 गांवों के किसानों को लाभ देंगे. किसानों को हर माह 8,000 से 10,000 रुपए का मूल्य मिलेगा. प्रोजेक्ट में 750 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा. लगभग 2,350 लोग प्रोजेक्ट से जुड़े सहायक कार्यों से जुड़ कर काम करेंगे. पूर्वांचल के 7 जिलों के 10,000 हजार लोगों को गांवों में ही रोजगार मिलेगा.

डायरेक्टर संग्राम चौधरी ने बताया कि गुजरात में अमूल आंदोलन के लिए श्वेत क्रांति चली. उस कारण दूध से वृद्धि हुई. उसी प्रकार पीएम मोदी ने कमेटी को भी यूपी और पूर्वांचल में भी कुछ करने का सुझाव दिया. इसके बाद काशी में 5 लाख लीटर की प्रोसेसिंग लगाने जा रहे हैं, जिसमें पनीर बटर मिल्क, लिक्विड मिल्क, मिठाई, घी, का भी निर्माण होगा. आने वाले समय में एक टेक होम राशन महिलाओं और बच्चों के कुपोषण को दूर करने के लिए बनाने की भी योजना है. यहां बेकरी प्लांट भी लगेगा.

Also Read: प्रयागराज से PM नरेंद्र मोदी का मिशन इलेक्शन, ‘नारी शक्ति, देश शक्ति’ से 6.66 करोड़ वोटर्स पर नजर?

Next Article

Exit mobile version