Prayagraj News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रदेश के शाहजहांपुर पर प्रदेश के सबसे बड़े गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास बेहद चर्चित रहा. इस दौरान एक और वाक्या ऐसा रहा जो अब भी चर्चा का विषय बना हुआ है. वह है शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान पीएम द्वारा अपने कंधे पर रखी गई शॉल. यह शॉल प्रयागराज की प्रतिष्ठित डिजाइनर दंपति वंदना राठौर व संजीव सिंह राठौर ने सहयोगी कारीगरों द्वारा शाहजहांपुर के डीएम इंद्र विक्रम सिंह के निर्देश पर तैयार किया गया था. जो पीएम को बेहद पसंद आई.
डिजाइनर दंपत्ति वंदना राठौर और संजीव राठौर का कहना है की उन्होंने यह साल महात्मा गांधी की दांडी यात्रा से प्रेरित होकर बनाई है. इसके साथ ही साल में अमृत महोत्सव का भी संदेश दिया गया है. साल में रेशम के धागों का बारीक काम होने के साथ ही बॉर्डर पर तिरंगे के रंग में कमल की डिजाइन बनाई गई है. कारीगरों को इसे तैयार करने में 30 घंटे का समय लगा. उन्होंने कहा कि उनके लिए वह पल अविस्मरणीय है जब प्रधानमंत्री ने इस शॉल को अपने कंधे पर रखा.
शाहजहांपुर गंगा एक्सप्रेस वे शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने जिस साल को अपने कंधे पर रखा था उसे प्रयागराज की प्रतिष्ठित डिजाइनर वंदना राठौर और संजीव सिंह राठौर के निर्देशन में शिल्पकार, फहीम रज़ा, नुसरत हूसैन, आमिर, ताहिर, आरिफ हूसैन, उस्मान अली, अनवर रज़ा व आरती द्वारा बरेली में बनाई गई थी.
शॉल की खूबसूरती का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा एक्सप्रेसवे शिलान्यास कार्यक्रम में पीएम को यह शॉल भेंट कर उनका अभिवादन किया तो उन्होंने सहर्ष स्वीकार करते हुए, इसे पूरे कार्यक्रम के दौरान इसे अपने कंधे पर रखे रहे. वहीं इस साल को तैयार करने वाले डिजाइनर और कारीगरों का कहना है कि उनका सबसे बड़ा इनाम यही है कि प्रधानमंत्री ने उनकी कला को इस कदर सराहा और पूरे कार्यक्रम के दौरान शॉल को अपने कंधे पर रखे रहे.
रिपोर्ट : एसके इलाहाबादी