PM Modi Kashi Visit: काशी में PM मोदी बोले- ‘जब भी देश संकट में आता है, कोई ना कोई संत अवतरित हो जाता है’
पीएम मोदी ने कहा कि सद्गुरु सदाफलदेव जी ने समाज के जागरण के लिए विहंगम योग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए यज्ञ किया था. आज वो संकल्प बीज हमारे बीच एक वटवृक्ष के रूप में हमारे सामने खड़ा है.
PM Modi Kashi Visit: पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी के दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन सद्गुरु सदाफलदेव विहंगम योग संस्थान के 98वें वार्षिकोत्सव और 5101 कुंडीय विश्व शांति वैदिक महायज्ञ कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने एक जनसभा को भी संबोधित किया. उन्होंने योग और उससे जीवन पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव पर कई बातें कही.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा- सद्गुरु सदाफलदेव ने समाज के जागरण के लिए विहंगम योग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए यज्ञ किया था. आज उनका संकल्प बीज हमारे बीच एक वटवृक्ष के रूप में हमारे सामने खड़ा है.
हमारा देश इतना अद्भुत है कि यहां जब भी समय विपरीत होता है, कोई ना कोई संत और विभूति समय की धारा को मोड़ने के लिए अवतरित हो जाती है.
सद्गुरु सदाफलदेव विहंगम योग संस्थान के वार्षिकोत्सव में बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जिक्र किया कि आज देश आजादी की लड़ाई में अपने गुरुओं और तपस्वियों के बलिदान को नमन कर रहा है. जब हम बनारस के विकास की बात करते हैं तो इससे पूरे देश के विकास का रोड-मैप भी बन जाता है. देश भर से आप काशी में अपनी शृद्धा, विश्वास, उर्जा और असीम संभावनाएं लेकर आए हैं. जब आप काशी से जाएंगे तो बहुत कुछ लेकर जाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि जब विदेश से लोग काशी में आते हैं तो उन्हें एयरपोर्ट से लेकर शहर तक बदला दिखता है. काशी में विकास का लाभ पर्यटन और कला क्षेत्र को भी मिलेगा. काशी के कौशल को नई ताकत मिल रही है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई सुविधाओं के साथ काशी मेडिकल हब के रूप में विकसित हो रहा है.
पीएम मोदी ने सोमवार की देर रात काशी भ्रमण का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कल रात 12-12.30 बजे के बाद अवसर मिलते ही काशी में जो काम चल रहा है, जो काम हुए हैं, उन्हें देखने निकल पड़ा था. काशी में कई लोगों से मेरी बात हुई. स्टेशन का भी कायाकल्प हो चुका है. देश को बनारस दिशा दे रहा है. पीएम मोदी ने कहा 2014-15 के मुकाबले 2019-20 में यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या दोगुनी हो गई है. हवाई पर्यटकों की संख्या 30 लाख है. इच्छाशक्ति हो तो परिवर्तन आ सकता है.
जैसे एक संकल्प हो सकता है- हमें बेटी को पढ़ाना है, उसका स्किल डेवलपमेंट भी करना है. अपने परिवार के साथ-साथ जो लोग समाज में जिम्मेदारी उठा सकते हैं, वो एक-दो गरीब बेटियों के स्किल डेवलपमेंट की भी जिम्मेदारी उठाएं. एक और संकल्प हो सकता है पानी बचाने को लेकर. हमें अपनी नदियों को, गंगा जी को, सभी जलस्रोतों को स्वच्छ रखना है.
सद्गुरु सदाफलदेव विहंगम योग संस्थान के वार्षिकोत्सव में बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश का मंत्र है- सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास. आज देश मैं के भाव से उठकर राष्ट्र के भाव को आत्मसात कर रहा है. आज जब हम पूरी दुनिया को योग दिवस मनाते योग का अनुसरण करते हुए देखते हैं तो लगता है कि सद्गुरु का आशीर्वाद फलीभूत हो रहा.
स्वाधीनता संग्राम के समय सद्गुरु ने हमें स्वदेशी का मंत्र दिया था. आज उसी भाव में देश ने ‘आत्मनिर्भर भारत मिशन’ जारी है. आज स्थानीय व्यापार-रोजगार को, उत्पादों को ताकत दी जा रही है, लोकल को ग्लोबल बनाया जा रहा है.
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