प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को एथलीटों मुहम्मद अनस, अमोज जैकब, मुहम्मद अजमल और राजेश रमेश को मौजूदा विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की 4X400 मीटर रिले टीम स्पर्धा के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने और इस प्रक्रिया में एक नया एशियाई रिकॉर्ड स्थापित करने के लिए बधाई दी. भारतीय पुरुष 4×400 मीटर रिले टीम ने हंगरी के बुडापेस्ट में चल रही विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में एक नए एशियाई रिकॉर्ड के साथ फाइनल के लिए क्वालीफाई किया.
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अविश्वसनीय टीम वर्क! अनस, अमोज, राजेश रमेश और मुहम्मद अजमल ने एम 4X400 मीटर रिले में एक नया एशियाई रिकॉर्ड स्थापित करते हुए फाइनल में प्रवेश किया. इसे विजयी वापसी के रूप में याद किया जाएगा, जो वास्तव में भारतीय एथलेटिक्स के लिए ऐतिहासिक है.’ मुहम्मद अनस, अमोज जैकब, मुहम्मद अजमल और राजेश रमेश की भारतीय टीम ने 2:59:05 मिनट का समय लेकर बुडापेस्ट में हीट में दूसरा स्थान हासिल किया1
Also Read: Mann Ki Baat 104th Episode: मन की बात में बोले पीएम मोदी, संकल्प के सूरज चांद पर भी उगते हैं, पढ़ें खास बातें
भारतीय पुरुष 4×400 मीटर रिले टीम ने एक नया एशियाई रिकॉर्ड बनाया और शनिवार को फाइनल में पहुंच गई. उन्होंने पिछले साल ओरेगॉन में विश्व चैंपियनशिप में जापान द्वारा बनाए गए 2:59.51 मिनट के एशियाई रिकॉर्ड को तोड़ दिया. भारतीय टीम नौ-टीम हीट 1 में यूएसए से पीछे रही. यूएसए ने 2:58.47 मिनट का समय लिया और पहले स्थान पर रहा, जबकि ग्रेट ब्रिटेन 2:59.42 के साथ तीसरे स्थान पर रहा और हीट 1 में अंतिम क्वालीफाइंग स्थान हासिल किया.
Incredible teamwork at the World Athletics Championships!
Anas, Amoj, Rajesh Ramesh and Muhammed Ajmal sprinted into the finals, setting a new Asian Record in the M 4X400m Relay.
This will be remembered as a triumphant comeback, truly historical for Indian athletics. pic.twitter.com/5pRkmOoIkM
— Narendra Modi (@narendramodi) August 27, 2023
पहले तीन फिनिशर दोनों हीटों में से प्रत्येक से और दो अन्य टीमों ने सबसे तेज समय के साथ फाइनल के लिए जगह बनाई. भारतीय पुरुषों की टाइमिंग ने टोक्यो 2020 ओलंपिक में मोहम्मद अनस, नोआ निर्मल टॉम, अरोकिया राजीव और अमोज जैकब द्वारा बनाए गए 3:00.25 के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया. दौड़ में, पहले चरण में मुहम्मद अनस की दौड़ के बाद भारत छठे स्थान पर था, लेकिन दूसरे चरण में अमोज जैकब की शानदार दौड़ ने भारत को दूसरे स्थान पर ला दिया.
मुहम्मद अजमल और राजेश रमेश ने अंतिम दो चरणों में गति बनाए रखने में अच्छा प्रदर्शन किया और भारत को फाइनल में पहुंचाया. भारतीय टीम दोनों हीटों में दूसरी सबसे तेज टीम भी थी. फाइनल वैश्विक एथलेटिक्स मीट के आखिरी दिन रविवार को निर्धारित है.
Also Read: यहां देखें नीरज चोपड़ा की उपलब्धियों की पूरी सूची, वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड पर लगायेंगे दम
पीएम मोदी ने अपने मन की बात में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के विजेता खिलाड़ियों की सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि हॉकी, फुटबॉल, कबड्डी, खो-खो जैसे धरती से जुड़े हुए खेलों में भारत को कभी पीछे नहीं रहना चाहिए. पीएम ने कहा कि खेलकूद को लेकर देश के युवाओं और परिवारों में पहले जो धारणा थी वह अब बदली है और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भारतीय खिलाड़ियों की सफलता उन्हें प्रेरित कर रही है. वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में इस साल देश के प्रतिभावान खिलाड़ियों ने 11 स्वर्ण सहित 26 पदक जीतकर इन खेलों में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है.
मोदी ने कहा, ‘इतने दशकों में सिर्फ 18 पदक जीते थे, जबकि इस बार हमारे खिलाड़ियों ने 26 पदक जीत लिए.’ प्रधानमंत्री ने इन खेलों के पदक विजेताओं में से कुछ के साथ बातचीत की और उन्हें सफलता पर बधाई दी. इस संवाद के दौरान असम के एथलीट अमलान ने प्रधानमंत्री से पूछा कि उन्हें कौन सा खेल सबसे अच्छा लगता है. इसके जवाब में मोदी ने कहा, ‘खेल की दुनिया में भारत को बहुत खिलना चाहिए और इसलिए मैं इन चीजों को बहुत बढ़ावा दे रहा हूं. लेकिन हॉकी, फुटबॉल, कबड्डी, खो-खो ये हमारी धरती से जुड़े हुए खेल हैं. इनमें तो हमें, कभी, पीछे नहीं रहना चाहिए.’
मोदी ने कहा, ‘मैं देख रहा हूं कि हमारे युवाओं में और यहां तक कि परिवारों में भी खेल के प्रति पहले जो भाव था, वह अब नहीं है. पहले तो बच्चा खेलने जाता था तो रोकते थे और अब बहुत बड़ा वक्त बदला है.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों की सफलता युवाओं और परिवारों को प्रेरित कर रही है. उन्होंने कहा, ‘हर खेल में जहां भी हमारे बच्चे जा रहे हैं, कुछ न कुछ देश के लिए करके आते हैं. और ये खबरें आज देश में प्रमुखता से दिखाई भी जाती हैं, बताई जाती हैं और स्कूल व कॉलेजों में भी चर्चा में रहती हैं.’