प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय जोड़ी बने सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी को बधाई दी है. विश्व चैंपियनशिप 2022 कांस्य पदक विजेता भारतीय जोड़ी दुबई में फाइनल में पहला गेम हारने के बाद शानदार वापसी करते हुए मलेशिया के ओंग यू सिन और तियो ई यि को 16-21, 21-17, 21-19 से हराया. इससे पहले इस चैंपियनशिप में भारत के लिए स्वर्ण सिर्फ दिनेश खन्ना ने जीता था.
दिनेश खन्ना ने 1965 में लखनऊ में थाईलैंड के सांगोब रत्तनुसोर्न को पुरूष एकल फाइनल में हराया था. नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पर गर्व है जो बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में खिताब जीतने वाली पहली भारतीय जोड़ी बनी. उन्हें बधाई और भविष्य के लिये शुभकामनायें.’ इस चैंपियनशिप में इससे पहले भारतीय पुरुष युगल टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कांस्य पदक रहा है, जो 1971 में दीपू घोष और रमन घोष ने जीता था.
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बासेल में स्विस ओपन सुपर 300 खिताब जीतने वाले सात्विक और चिराग ने पहला गेम गंवाने के बावजूद जुझारूपन नहीं छोड़ा और दूसरे गेम में 7-13 से तथा तीसरे गेम में 11-15 से पिछड़ने के बाद वापसी की. इस जोड़ी का यह सत्र का दूसरा खिताब है. उन्होंने पिछले साल राष्ट्रमंडल खेल और बीडब्ल्यूएफ टूर पर पांच कैरियर खिताब जीते थे. इस जीत पर चिराग ने कहा, ‘मैं सातवें आसमान पर हूं. मैंने और सात्विक ने इस पदक के लिये काफी मेहनत की थी. मुझे खुशी है कि हमने खिताब जीता. मैं सभी को धन्यवाद देना चाहूंगा जिन्होंने हमारी हौसला अफजाई की.’
Proud of @satwiksairaj and @Shettychirag04 for scripting history by becoming the first Indian Men's Doubles pair to win the Badminton Asia Championships Title. Congratulations to them and wishing them the very best for their future endeavours. pic.twitter.com/i0mES2FuIL
— Narendra Modi (@narendramodi) April 30, 2023
जीत के बाद सात्विक ने कहा, ‘पहली बार यह टूर्नामेंट जीतकर अच्छा लग रहा है. मुझे यकीन है कि भविष्य में और खिताब जीतेंगे. भारत का परचम लहराने के लिये मेहनत करते रहेंगे.’ अमलापुरम के 22 वर्ष के सात्विक और मुंबई के 25 वर्ष के चिराग ने बेहद आक्रामक खेल दिखाया. पहला गेम बराबरी का था जिसमें मलेशियाई जोड़ी भारी पड़ी. दूसरे गेम में भी मलेशियाई जोड़ी ने बढ़त बना ली थी. 8-13 से पिछड़ने के बाद भारतीय जोड़ी ने वापसी की. तियो की गलती पर सात्विक ने बैकहैंड पर जबर्दस्त स्मैश लगाकर मैच का रूख पलटा.
भारतीय जोड़ी ने 18-15 से बढ़त बना ली. इसके बाद तीन अंक लेकर मैच को निर्णायक गेम में खींचा. निर्णायक गेम में मलेशियाई जोड़ी का तकनीकी कौशल काबिले तारीफ था जिन्होंने 11-8 की बढ़त भी बना ली. भारतीय जोड़ी ने अंतर 14-15 का किया और फिर 17-16 से आगे हो गये. बैकहैंड पर चिराग के स्मैश पर भारतीय जोड़ी ने मुकाबला अपने नाम किया.