वाराणसी के जरदोजी हस्तकला के चर्चे पूरे विश्व में मशहूर है. काशी के सांसद और देश के पीएम का स्वागत आज ज़रदोज़ी कला के नज़राने के साथ किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वाराणसी के जरदोज़ी शिल्पी शादाब आलम द्वारा बनाए गए अंगवस्त्र से स्वागत किया जाएगा. अगंवस्त्र पर जय जवान, जय किसान लिखा हुआ है.
पीएम मोदी द्वारा लोकल से ग्लोबल के लिए दिए गए नारे को हकीकत बनाने के लिए देश के हर कोने में स्थानीय कला को बढ़ावा देने पर काम किया जा रहा है. इसी कड़ी में पद्मश्री डॉ रजनीकांत की देख रेख में जरदोज़ी के मास्टर शिल्पी शादाब आलम द्वारा बनाया गया जय किसान और गेंहू की बाली बना अंगवस्त्र जिला प्रशासन को डॉ रजनीकांत द्वारा सौंप दिया गया है. काशी की ज़रदोज़ी कला को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री वाराणसी के हस्तशिल्पियों के द्वारा तैयार अंगवस्त्र से प्रधानमंत्री का काशी आगमन पर स्वागत करेंगे.
इस कला को प्रमुखता देते हुए यह क्राफ्ट पहले ही काशी के जीआई टैग मे शामिल हो कर आत्मनिर्भर भारत अभियान के लोकल से ग्लोबल मे शुमार हो चुका है. पीएम मोदी हमेशा से आत्मनिर्भर भारत को लेकर सभी को प्रोत्साहित करते हैं. इसके लिए हस्तशिल्प उद्योग को बढ़ावा देने की बात भी करते हैं. ताकि स्वदेशी निर्मित उत्पादों को बढ़ावा मिलने के साथ ही लोगो को आर्थिक सुदृढता और रोजगार उपलब्ध हो सके.
इसी विचार को देखते हुए पद्मश्री डॉ रजनीकांत ने बताया कि काशी की परम्परा रही है कि जब भी प्रधानमंत्री काशी आगमन पर आये हैं तो उन्हें काशी के हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित अंगवस्त्र और मोमेंटो प्रदान किया गया है. इसी क्रम में प्रधानमंत्री के काशी और किसानों से लगाव को सर्वोपरी रखते हुए उनके स्वागत के लिए काशी के जरदोजी शिल्पि शादाब आलम ने अंगवस्त्र तैयार किया है. इसमें ‘जय किसान’ के साथ गेंहू कि बाली को उभार कर जरदोजी विधि से रेशम के धागो का प्रयोग करते हुए तैयार किया गया है, जिसे लगभग एक सप्ताह मे पूर्ण रूप से बनारसी वस्त्र के पर बनाया गया है.
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रिपोर्ट : विपिन सिंह