Kashi Vishwanath Corridor: हर-हर महादेव का जयकारा लगाते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में विरोधी दलों को समेटते हुए देश में एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की. वे वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का लोकार्पण करने के लिए पहुंचे हुए थे. गर्भगृह में स्थापित शिवलिंग की पूजा-अर्चना करने के बाद वे कार्यक्रम में मौजूद लोगों से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा, ‘ये सिर्फ संयोग नहीं है कि काशी ने जब भी करवट ली है तो देश का भाग्य भी बदला है.’ उन्होंने देश को तीन सूत्र दिए-स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भरता का.
उन्होंने कहा कि जिसने तलवार के दम पर इस देश की अखंडता को खंडित करने की कोशिश करता है तो कोई न कोई उसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए खड़ा हो जाता है. उन्होंने कहा कि विनाश करने वाली शक्तियां काशी की भक्ति के आगे कुछ नहीं कर सकती हैं. उन्होंने बताया कि अब मंदिर परिसर में एक साथ 70 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘काशी में बाबा विश्वनाथ की सरकार है. जिनको, महादेव बुलाते हैं वही काशी आते हैं.’ काशी की महिमा के बारे में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘काशी तो अविनाशी है. काशी में एक ही सरकार है, जिनके हाथों में डमरू है उनकी सरकार है जहां मां गंगा अपनी धारा बदल कर बहती हों, उस काशी को भला कौन रोक सकता है.’
लाइव: प्रधानमंत्री श्री @narendramodi द्वारा काशी के भव्य स्वरूप 'काशी विश्वनाथ धाम' का लोकार्पण। #KashiVishwanathDham
— BJP (@BJP4India) December 13, 2021
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘गुलामी के लंबे कालखंड में हम भारतीयों का आत्मविश्वास ऐसा तोड़ा गया कि हम अपने सृजन पर ही विश्वास खो बैठे थे. आज मैं काशी से हर देशवासी का आव्हान करता हूं कि पूरे आत्मविश्वास से सृजन कीजिए.’ उन्होंने कहा, ‘आज का भारत अपनी खोई हुई विरासत को फिर से संजो रहा है. यहां काशी में तो माता अन्नपूर्णा स्वयं विराजित हैं. मुझे प्रसन्नता है कि यहां से चुराई गई माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा 1000 वर्ष बाद यहां पुनः स्थापित कर दी गई है.’ उन्होंने कहा कि आज का भारत अयोध्या में सिर्फ प्रभु श्री राम का मंदिर ही नहीं बना रहा बल्कि देश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज भी बना रहा है. नए भारत में विरासत भी है और विकास भी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के अवसर पर कहा कि विनाश करने वालों की शक्ति, भारत की शक्ति से बड़ी नहीं हो सकती है. सदियों की गुलामी ने हम पर जो प्रभाव डाला था, जिस हीन भावना से भारत को भर दिया गया था, ये भारत उससे बाहर निकल चुका है. उन्होंने कहा कि आक्रमणकारियों ने काशी को कई बार तबाह करने की कोशिश की. मगर काशी का अस्तित्व हमेशा रहा है और रहेगा. उन्होंने कहा, ‘यहां जब-जब कोई औरंगजेब आया है तो उसे शिवाजी उठ खड़े हुए हैं.’ उन्होंने कहा कि यहां बनारस में भी शहर और घाटों पर हमें स्वच्छता को एक नए स्तर पर लेकर जाना है. मां गंगा की स्वच्छता के लिए हमें सजग होकर काम करते रहना होगा.
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