PM मोदी को पसंद आई अनुपम खेर की बुक, लेटर लिखकर की तारीफ, अब एक्टर ने कही ये बात

PM Narendra Modi letter to Anupam Kher : बॉलीवुड एक्टर अनपुम खेर (Anupam Kher) ने लॉकडाउन के दौरान एक किताब योर बेस्ट डे इज टूडे (Your Best Day Is Today) लिखी थी. इस किताब की तारीफ हर किसी ने की थी. अब पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भी उनकी किताब की प्रशंसा की है और उनके एक लेटर भेजा है. एक्टर ने पीएम की चिट्ठी को सोशल मीडिया पर शेयर किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2021 7:37 AM
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PM Narendra Modi letter to Anupam Kher : बॉलीवुड एक्टर अनपुम खेर (Anupam Kher) ने लॉकडाउन के दौरान एक किताब योर बेस्ट डे इज टूडे (Your Best Day Is Today) लिखी थी. इस किताब की तारीफ हर किसी ने की थी. अब पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भी उनकी किताब की प्रशंसा की है और उनके एक लेटर भेजा है. एक्टर ने पीएम की चिट्ठी को सोशल मीडिया पर शेयर किया है.

अनुपम खेर ने अपने इंस्टाग्राम पर ये चिट्ठी फैंस के साथ शेयर की है. इसमें पीएम मोदी ने लिखा है, ‘किताब की शुरुआत में हीं आपने बताया है कि दिया गया टाइटल असल में आपकी मां की वो सीख है जो आपको बचपन से मिली है. आपकी मां दुलारी की सकारात्मकता ही है जो आज भी आप सफलता की बुलंदियों को छू रहे हैं. मुझे लगता है कि उसी ताकत की वजह से आप और आपका पूरा परिवार मुश्किल घड़ी में टूटा नहीं और मजबूती से खड़ा रहा.’

पीएम मोदी आगे लिखते है, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि भारत और हर भारतीय का इस धरती पर योगदान बहुत अहम साबित होने वाला है. यही से मैं कहता हूं कि आत्मनिर्भर भारत की शुरुआत होती है.’ आपकी ये किताब सभी मुश्किल समय में एकजुट और मजबूत रहने का संदेश देती है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चिट्ठी पाकर अनुपम खेर बेहद खुश है. उन्होंने पीएम मोदी को शुक्रिया कहा है. वो लिखते है, आपकी इस चिट्ठी के लिए दिल से शुक्रिया. मैं बहुत खुश हूं कि आपने मेरी किताब पढ़ने का समय निकाला. आप एक महान नेता हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि आपके पीएम रहते हुए देश जरूर जगत गुरु बनेगा.’

वहीं, हाल ही में एक्टर ने एक पोर्टफोलियो फोटो शेयर की थी जो लगभग 40 साल पुरानी है. कैप्शन में उन्होंने लिखा था कि, यह पोर्टफोलियो फोटो मैंने 15 जून 1981 को राजश्री फिल्म के ऑफिस में दी थी ताकि वह मुझे अपनी फिल्मों में काम दे सकें. उस दौरान मेरे पास कहीं रहने का ठिकाना नहीं था, इसलिए पोर्टफोलियो के साथ अपने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के दोस्त करण राजदान का पता दिया करता था.

Posted By: Divya Keshri

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