कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा भले अभी नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक दल चुनावी सौगात की बारिशें करने लगे हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हर दिन लोकलुभावन वादे कर रही हैं, तो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार भी लगातार एक के बाद एक परियोजना का शुभारंभ कर रही है.
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 फरवरी को एक बार फिर बंगाल आ रहे हैं. प्रदेश भाजपा के सूत्रों ने कहा है कि प्रधानमंत्री 22 फरवरी को बंगाल आ रहे हैं. एक महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह तीसरा बंगाल दौरा होगा.
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी 23 जनवरी को नेताजी की 125वीं जयंती पर आयोजित पराक्रम दिवस समारोह में शामिल होने के लिए कोलकाता आये थे. उस दिन उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था. इसके बाद 7 फरवरी को पूर्वी मेदिनीपुर जिला के हल्दिया में तेल कंपनी के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे.
साथ ही उन्होंने हल्दिया में एक राजनीतिक जनसभा को भी संबोधित किया था. हालांकि, प्रधानमंत्री का पहले 18 फरवरी को ही बंगाल आने का कार्यक्रम था, लेकिन अब वह 22 फरवरी को यहां आयेंगे. ज्ञात हो कि विधानसभा चुनाव की घोषणा के पहले ही भाजपा ने यहां अपनी जड़ों को मजबूत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा यानी पार्टी का पूरा शीर्ष नेतृत्व लगातार बंगाल का दौरा कर रहा है. इसके अलावा कई केंद्रीय मंत्री भी लगातार बंगाल के दौरे पर आ रहे हैं और विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं.
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पीएम मोदी 22 फरवरी को जल शक्ति मंत्रालय के कार्यक्रम में शामिल होने के साथ दक्षिणेश्वर-नोआपाड़ा मेट्रो सेवा का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद पीएम हुगली जिले के डनलप मैदान में एक राजनीतिक सभा करेंगे. शनिवार को प्रदेश भाजपा के नेताओं ने डनलप मैदान का दौरा किया.
जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री यहां नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग (पीएचइ) इंस्टीट्यूट का शिलान्यास करेंगे. जल शक्ति मंत्रालय राष्ट्रीय स्तर का पीएचइ इंस्टीट्यूट कोलकाता में स्थापित करने जा रहा है. अगर प्रधानमंत्री दक्षिणेश्वर-नोआपाड़ा के बीच मेट्रो सेवा का उद्घाटन करते हैं, तो कोलकाता मेट्रो के इतिहास में यह दूसरा मौका होगा, जब प्रधानमंत्री मेट्रो सेवा का उद्घाटन करेंगे.
इससे पहले, वर्ष 1984 में देश की पहली मेट्रो ट्रेन सेवा का तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उद्घाटन किया था. माना जा रहा है कि केंद्र सरकार बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय परियोजनाओं के जरिये राज्य के लोगों तक संदेश पहुंचा रही है कि विकास ही उनका मुख्य एजेंडा है. इसलिए केंद्रीय परियोजनाओं की बंगाल को सौगात दी जा रही है.
Posted By : Mithilesh Jha