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गर्मी से पहले कांड्रा ग्रिड से मिलने लगेगी PMCH सबस्टेशन को बिजली, केबल बिछाने का काम लगभग पूरा

सरायढेला के पीएमसीएच परिसर स्थित सबस्टेशन को गोविंदपुर के कांड्रा ग्रिड से बिजली मिलने लगेगी. इसके लिए गोविंदपुर के कांड्रा ग्रिड से सरायढेला पीएमसीएच परिसर स्थित सबस्टेशन को जोड़ने का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है.

गर्मी से पहले सरायढेला के लोगों को बिजली का नया विकल्प मिलेगा. सरायढेला के पीएमसीएच परिसर स्थित सबस्टेशन को गोविंदपुर के कांड्रा ग्रिड से बिजली मिलने लगेगी. इसके लिए गोविंदपुर के कांड्रा ग्रिड से सरायढेला पीएमसीएच परिसर स्थित सबस्टेशन को जोड़ने का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है. झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) के अधिकारियों के अनुसार कांड्रा ग्रिड से पीएमसीएच परिसर स्थित सबस्टेशन तक अंडर ग्राउंड केबल बिछाने का काम लगभग 80 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है. कांड्रा ग्रिड से जुड़ने के साथ ही जेबीवीएनएल के पास बिजली का दूसरा विकल्प तैयार हो जायेगा. वर्तमान में सरायढेला पीएमसीएच परिसर स्थित सबस्टेशन को डीवीसी के पाथरडीह से बिजली मिलती है.

50 किलोमीटर लंबे ट्रांसमिशन लाइन अक्सर होती रहती है ब्रेक डाउन

डीवीसी के पाथरडीह से सरायढेला पीएमसीएच परिसर स्थित सबस्टेशन तक ट्रांसमिशन लाइन की दूरी लगभग 50 किलोमीटर है. ट्रांसमिशन लाइन लंबी होने के कारण आये दिन इसमें ब्रेक डाउन की समस्या आती है. खासकर गर्मी के दिनों में लोड बढ़ने और बरसात में आंधी और पानी के कारण बिजली के तार क्षतिग्रस्त होने, पोल के टूटने आदि की समस्या ज्यादा होती है. ट्रांसमिशन लाइन की दूरी ज्यादा होने के कारण फॉल्ट आने पर उसे ढूंढ़ने में डीवीसी के अधिकारियों को घंटों का समय लग जाता है. ऐसे में सरायढेला के लोगों को गर्मी और बरसात के दिनों में सबसे ज्यादा बिजली कटौती का सामना करना पड़ता है.

कांड्रा से हीरक व गोल बिल्डिंग होते हुए पहुंचेगी नयी ट्रांसमिशन लाइन

जेबीवीएनएल के अधिकारियों के अनुसार गोविंदपुर के कांड्रा ग्रिड से हिरक, गोल बिल्डिंग, सरायढेला के रास्ते नयी 33 केवीए अंडर ग्राउंड ट्रांसमिशन लाइन पीएमसीएच परिसर स्थित सबस्टेशन पहुंचेगी. अधिकारियों के अनुसार कांड्रा से गोल बिल्डिंग तक यूजी केबल बिछाने का कार्य पूरा कर लिया गया है. उन्होंने आने वाले दो माह में ट्रांसमिशन लाइन यूजी केबलिंग का कार्य पूरा कर बिजली सप्लाई का दावा किया है.

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कांड्रा ग्रिड से जुड़ने के दो फायदें

  • पाथरडीह लाइन में खराबी आने पर कांड्रा ग्रिड से मिलेगी बिजली : डीवीसी के पाथरडीह लाइन में किसी भी तरह की खराबी आने पर पीएमसीएच सबस्टेशन को कांड्रा ग्रिड से बिजली मिलने लगेगी. इससे सरायढेला इलाके में रहने वाले लोगों को घंटों कटौती का सामना नहीं करना पड़ेगा.

  • बरसात में हो सकेगी बिजली सप्लाई : वर्तमान में बरसात होने पर डीवीसी अपने पाथरडीह फीडर से जेबीवीएनएल को होने वाली बिजली सप्लाई बंद कर देती है. ऐसे में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. नयी लाइन से बरसात होने पर भी निर्बाध रूप से बिजली सप्लाई हो सकेगी.

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डीवीसी के पाथरडीह फीडर से पीएमसीएच सबस्टेशन तक की दूरी ज्यादा और ट्रांसमिशन लाइन पुरानी होने के कारण ब्रेक डाउन की समस्या लगी रहती है. नयी लाइन से सभी समस्या दूर हो जायेगी. वहीं जेबीवीएनएल के पास सरायढेला इलाके में बिजली सप्लाई के लिए दूसरा विकल्प तैयार हो जायेगा. आने वाले समय में सरायढेला के लोगों को निर्बाध बिजली मिलने लगेगी.

-एसके कश्यप, एसई, जेबीवीएनएल

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