मेरठ: ऑफिस गर्ल के साथ अश्लील वीडियो बनाने वाले अधिवक्ता पर पॉक्सो में मुकदमा दर्ज, पुलिस कर रही तलाश
मेरठ में अधिवक्ता रमेश चंद्र गुप्ता के खिलाफ दुष्कर्म के आरोपों ने विधिक समाज को शर्मसार कर दिया है. ऑफिस में काम करने वाली नाबालिग किशोरी ने उन पर नशीला पदार्थ देकर वीडियो बनाने और यौन शोषण करने के आरोप लगाया है. जिसके बाद आरोपी अधिवक्ता पर पॉक्सो में नामजद होने के बाद घर से फरार है.
Meerut : वकीलों के दबाव, नारेबाजी और चरित्र हनन से बेपरवाह मेरठ की अदालत में काम करने वाली एक 17 वर्षीय युवती ने भारी पुलिस सुरक्षा के बीच अपने साथ काम करने वाले साथी के खिलाफ दुष्कर्म के मामले में बयान दर्ज कराने के लिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत के समक्ष पेश हुई. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपी के गिरफ्तारी के लिए लगातार उसकी तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही है लेकिन अभी तक उसका कुछ भी पता नहीं चल पाया है. वही, इस मामले में अधिवक्ता रमेश के अन्य साथियों के संलिप्तता पर भी पुलिस जांच कर रही है.
वीडियो वायरल होने के बाद युवती हो गई थी गायब
गौरतलब है कि अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता के सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए थे. एक वीडियो में अधिवक्ता एक युवती के साथ अश्लीलता करते नजर आ रहे थे. दूसरे वीडियो में अधिवक्ता के साथ चैंबर पर टाइपिंग का कार्य करने वाली किशोरी नजर आ रही थी. वीडियो वायरल होने के बाद टाइपिंग वाली किशोरी संदिग्ध हालात में लापता हो गई थी.
पुलिस ने किशोरी को बरामद कर कोर्ट में किया पेश
किशोरी के भाई ने दौराला थाने में 27 मई को अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस ने किशोरी को बरामद करने के बाद कोर्ट में 164 के बयान कराए. शुक्रवार को बयानों का अवलोकन करने के बाद दौराला थाने में दर्ज मुकदमे में अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता को पॉक्सो एक्ट की धारा में नामजद कर लिया है.
गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगी हुई हैं- सीओ दौराला अभिषेक पटेल
सीओ दौराला अभिषेक पटेल ने बताया कि अधिवक्ता का एक मोबाइल शुक्रवार सुबह बंद हो गया था, दूसरा भी बंद कर लिया गया है. घर पर दबिश दी गई तो अधिवक्ता फरार मिले. गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगी हुई हैं. सीओ ने बताया कि अधिवक्ता के खिलाफ पुलिस के पास यौन शोषण के पर्याप्त साक्ष्य हैं, उसकी वीडियो भी मिली है. दो अन्य भाजपा नेताओं पर जो आरोप लगाए गए हैं, उनके खिलाफ अभी साक्ष्य नहीं हैं, ऐसे में उनको अभी नामजद नहीं किया गया है, साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं. सीडीआर, लोकेशन आदि निकाली जा रही हैं.