पांच लोगों की मौत हो गयी, जबकि वार्ड सदस्य समेत कई लोगों के बीमार हैं. एक साथ पांच लोगों की मौत से पूरे जिले में हड़कंप मचा हुआ है. मृतकों में बसहां गांव के देवेंद्र शर्मा (35 वर्ष), रमेश महतो (48 वर्ष), एकडेरवां गांव के राजेश्वर सिंह ( 65 वर्ष), सोनवलिया कोडर गांव के जेके यादव और सिरसा सर्वोदय टोला निवासी बहारन मियां (60 वर्ष) शामिल हैं. मृतकों के परिजनों ने बताया कि देवेंद्र शर्मा और रमेश महतो समेत कई लोगों ने शुक्रवार की शाम एक साथ शराब पीये थे. इसके बाद रात होते-होते सभी की तबीयत बिगड़ने लगी. शनिवार सुबह तक पांच लोगों की मौत हो गयी, जबकि कई अन्य की हालत नाजुक है. मृतक देवेंद्र शर्मा के पिता रामचंद्र शर्मा और रमेश महतो की पत्नी प्रमीला देवी ने बताया कि रात में शराब का सेवन करके घर आये थे.
इसके बाद उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां मौत हो गयी. हालांकि, जिला प्रशासन ने शराब से मौत होने की पुष्टि से इंकार किया है. गौरतलब है कि बिहार सरकार सख्ती से शराबंदी कानून का पालन कर रही है. शराब के तस्करों पर नजर रखने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टरों से नजर रखी जा रही है. हाल ही में ढिलाई बरतने वाले कई अफसरों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी है.
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दो नवंबर 2021 : महम्मदपुर थाने के महम्मदपुर गांव में 21 लोगों की मौत हुई, प्रशासन ने 14 लोगों के मरने की पुष्टि की.
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20 फरवरी 2021 : विजयीपुर थाने के मझवलिया में जहरीली शराब से छह लोगों की मौत हुई .
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15 अगस्त 2016 : शराबबंदी कानून लागू होने के बाद नगर थाने के खजूरबानी में जहरीली शराब से 19 लोगों की मौतें हुई थीं. इस मामले में कई आरोपियों को सजा हुई.
बिहार में वर्ष 2021 में जहरीली शराब के एक-दो नहीं पूरे 13 मामले सामने आये. इनमें करीब 66 लोगों की मौत हो गयी. इस साल नालंदा में हुई घटना से पहले बीते वर्ष 28 अक्तूबर की रात मुजफ्फरपुर के सरैया थाना क्षेत्र में आठ लोगों की मौत के बाद हड़कंप मच गया.
जिला प्रशासन के पास शराब से मरने की कोई सूचना नहीं है, लेकिन मीडिया के माध्यम खबर मिली है. जांच में यदि मामला सही पाया जाता है, तो दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी. बैकुंठपुर के इलाके में शुक्रवार को भी शराब को लेकर छापेमारी की गयी है. इसके अलावा ड्रोन से इलाके का सर्वे भी कराया जा रहा है.
डॉ नवल किशोर चौधरी, डीएम गोपालगंज