बरेली पुलिस ने 70 हजार के जाली नोटों के साथ तीन पकड़े, इस तरह धड़ल्ले से किया जा रहा था काम, जानें मामला
बरेली में एक बार फिर नकली करेंसी से जुड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने तीन लोगों को मौके से गिरफ्तार किया है. इनके पास से बरामद नकली करेंसी असली की तरह नजर आती है, जिसे पहली नजर में पहचान पाना बेहद मुश्किल है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
Bareilly: जनपद बरेली के सीबीगंज में प्रिंटर से नकली भारतीय करेंसी बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़ हुआ है. आरोपियों के पास से 70800 रुपए के नकली नोट बरामद हुए हैं. पुलिस ने नकली नोटों के सौदागर के रूप में एक विधायक के गुर्गे समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि एक फरार हो गया. उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है.
बरेली शहर की सीबीगंज थाना पुलिस, एसओजी और सर्विलांस की संयुक्त टीम ने गोविंदापुर रोड पर स्थित कल्लू खां के निर्माणाधीन मकान में छापा मारा. यहां भारतीय नकली करेंसी बनाने का काम किया जा रहा था. पुलिस ने 78800 रुपए के नकली नोट के साथ सीबीगंज थाना क्षेत्र के घुंसा गांव निवासी रहमत अली, रहीस खां और गोविंदापुर गांव निवासी अब्दुल हुसैन को गिरफ्तार किया.
वहीं मौके से हिस्ट्रीशीटर नामे अली का पुत्र मोआजिम अली फरार हो गया. आरोपियों ने प्रिंटर मशीन से नकली नोट बनाने की बात कही. इसमें रहमत के पास से 100-100 के 35000 नोट और रईस खां के पास से 500-500 के 50 नोट बरामद हुए. इसके साथ ही 100 के 288, 500 के 84 नकली नोट मिलाकर 70800 रुपए के नकली नोट बरामद किए गए.
पुलिस ने भारतीय मुद्रा बनाने के उपकरण एक प्रिंटर L3250 ESPON सहित अन्य सामान बरादम किया. सीबीगंज थाने में आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 489 ख, 489ग और 489घ में मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
एक लाख के बदले देते थे तीन लाख
बताया जाता है कि वह एक लाख रुपए के बदले लोगों को तीन लाख रुपए देते थे. लोगों को झांसे में लेने के लिए आरोपित नोटों की जब गड्डी ग्राहक को दिखाते, तो सबसे ऊपर कुछ असली नोट भी रखते थे, जिससे सामने वाले को पहली नजर में देखने के दौरान असली-नकली का भेद नहीं पता चले.
मेरठ एसटीएफ ने बरामद किए थे 29 लाख के नकली नोट
इससे पहले 22 फरवरी को मेरठ एसटीएफ ने भोजीपुरा से 29 लाख के नकली नोट बरामद किए थे. आरोपितों में पीलीभीत के गुरनाम सिंह, हरवंश उर्फ सोनू, भोजीपुरा के खजूरिया गांव निवासी सद्दाम हुसैन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.
नकली करेंसी का चलन
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा था कि नेटवर्क सिस्टम में पाए गए नकली नोटों की कीमत 2016-17 में 43.47 करोड़ रुपए है, जबकि 2021-22 में 8.26 करोड़ रुपए हो गए हैं.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद बरेली