चतरा में अफीम तस्करों के खिलाफ पुलिस को मिली बड़़ी सफलता, 12 किलो अफीम के साथ तस्कर गिरफ्तार
चतरा में अफीम तस्करों (Afeem Taskar) के खिलाफ पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने 12 किलो अफीम के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार (Afeem Taskar arrested) करने में सफलता पायी है. चतरा के कुंदा थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के एकता गांव से अफीम बरामद किया है. कुंदा थाना प्रभारी रामबृक्ष राम ने इस खबर की पुष्टि की है. बता दें कि पहले कुंदा (Kunda Police station) माओवादियों (Naxlites)का गढ़ माना जाता था. यह नक्सलियों की शरणस्थली थी. पर क्षेत्र में धीरे धीरे बदलाव आया और नक्सलियों के गढ़ में पोस्ता की खेती होने लगी. पिछले 10 वर्षों से कुंदा में पोस्ता की खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है.
चतरा : चतरा में अफीम तस्करों के खिलाफ पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने 12 किलो अफीम के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है. चतरा के कुंदा थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के एकता गांव से अफीम बरामद किया है. कुंदा थाना प्रभारी रामबृक्ष राम ने इस खबर की पुष्टि की है. बता दें कि पहले कुंदा माओवादियों का गढ़ माना जाता था. यह नक्सलियों की शरणस्थली थी. पर क्षेत्र में धीरे धीरे बदलाव आया और नक्सलियों के गढ़ में पोस्ता की खेती होने लगी. पिछले 10 वर्षों से कुंदा में पोस्ता की खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है.
जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के मनाही के बाद भी स्थानीय लोग रातों रात करोड़पति बनने का सपना लेकर अफीम के कारोबार में जुटे है. इसके पूर्व भी थाना क्षेत्र से कई किलोग्राम अफीम बरामद किया गया. कई तस्कर गिरफ्तार किये गये हैं. इस वर्ष भी बड़े पैमाने पर पोस्ता लगाया गया था. हालांकि पुलिस व वन विभाग की टीम पोस्ता नष्ट अभियान चलाकर सैकड़ों एकड़ में लगे पोस्ता को नष्ट किया था. जो क्षेत्र उग्रवाद से बहुत अधिक प्रभावित हैं उन क्षेत्रों से भी अफीम निकाला गया. बता दें कि कुंदा के जंगलों में अफीम पाउडर बनाने का भी काम हो रहा है. पाउडर से ब्राउन शुगर बनाया जाता है. जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में बड़ी कीमत मिलती है.
Posted By: Pawan Singh