गिरिडीह, राकेश सिन्हा : वर्ष 2023 का अंतिम चार माह कोयला व मवेशी तस्करों के साथ-साथ साइबर अपराधियों के लिए भारी पड़ा है. इन चार माह में पुलिस ने सघन छापेमारी अभियान चलाकर अपराधियों पर नकेल कसने की हरसंभव कोशिश की है. स्थिति यह हुआ है कि या तो कई अपराधी इलाका छोड़कर भाग गये या कई ने अपराध करना बंद कर दिया है. पुलिस के अभियान से सबसे ज्यादा प्रभाव कोयला व मवेशी तस्करों के साथ-साथ साइबर अपराधियों पर पड़ा है. इस गिरोह में खलबली मच गयी है. पुलिस ने जिले में पिछले चार माह में 326 से भी ज्यादा अपराधियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है. जबकि, 285 मोबाइल और 150 से भी ज्यादा चार पहिया वाहन बरामद किये गये हैं. गिरिडीह में दीपक कुमार शर्मा के एसपी का पदभार संभालने के बाद पुलिस ने अपने कार्यशैली में व्यापक बदलाव किया है. जहां एक ओर अपराधियों पर नकेल कसने की कोशिश की जा रही है, वहीं आम जनता से बेहतर संबंध स्थापित करने का प्रयास भी किया जा रहा है. कार्य संस्कृति में बदलाव से लोगों के बीच पुलिस के प्रति विश्वसनीयता भी हाल के दिनों में काफी बढ़ी है.
साइबर अपराधियों ने दूसरे राज्यों में लिया शरण
गिरिडीह जिले में साइबर अपराधियों के खिलाफ पुलिस की मुहिम जिला ही नहीं, बल्कि देशभर में चर्चित हुआ है. पिछले चार माह में कुल जिले में 148 साइबर अपराधी पकड़े गये हैं. प्रतिबिंब पोर्टल पर गौर करें तो पुलिस ने डेढ़ माह में 107 अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. प्रतिबिंब पोर्टल के आंकड़ों के मुताबिक गिरफ्तारी के मामले में गिरिडीह जिला राज्य में दूसरे नंबर पर है. हालांकि, देवघर जिला में 32 प्राथमिकी के विरुद्ध 200 अपराधियों की गिरफ्तारी 31 दिसंबर, 2023 तक की गयी थी. जबकि, गिरिडीह में 16 प्राथमिकी के विरुद्ध 107 गिरफ्तारी हुई है. गिरिडीह पुलिस ने 330 सिम कार्ड, 254 मोबाइल, तीन कार व कई बाइक बरामद करने में सफलता पायी है. पुलिस के इस अभियान से साइबर अपराधी में हड़कंप मचा हुआ है. वह गिरिडीह जिला छोड़ने को विवश हो गये हैं. कई अपराधियों ने पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब के बड़े होटलों में शरण ले रखा है, जहां से वह अभी भी साइबर अपराध की घटना को अंजाम दे रहे हैं. वहीं, कई अपराधी दिन में जिला के बाहर लोगों से ऑनलाइन ठगी करते हैं और फिर रात में घर में शरण लेते हैं. कई अपराधी ठगी करने के बाद अपना मोबाइल सिम समेत जिला के बाहर ही छोड़कर वापस लौटते हैं.
1587 टन अवैध कोयला समेत 44 ट्रक बरामद
गिरिडीह पुलिस की सख्ती के कारण कोयला तस्करों की बेचैनी बढ़ गयी है. धनबाद जिला से कोयला लोडकर बिहार और उत्तर प्रदेश ले जाने वाले तस्करों में खलबली मची हुई है. गिरिडीह पुलिस ने अब तक चार माह में 1587 टन अवैध कोयला जब्त किया है. इस दौरान 44 ट्रक जब्त किये गये हैं. इन चार माह में पुलिस ने कोयला तस्करी से संबंधित 44 कांड अंकित किया है. वहींस 54 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इस दौरान पुलिस ने तीन पिकअप वेन और 65 से भी ज्यादा मोटरसाइकिल को बरामद किया है. बताया जा रहा है कि कोयला तस्करों ने रूट डायवर्ट कर अवैध कोयला उत्तर प्रदेश और बिहार में खपाने की योजना बनायी है. मालूम रहे कि गिरिडीह जिला में जीटी रोड का उपयोग करते हुए काफी मात्रा में अवैध कोयला का परिवहन होता रहा है.
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793 मवेशी लदे 41 ट्रक जब्त, 86 तस्कर गिरफ्तार
बांगलादेश की सीमा नजदीक रहने के कारण काफी संख्या में मवेशियों को गिरिडीह के रास्ते खपाया जाता रहा है. लेकिन, पिछले चार माह में पुलिस ने मवेशियों की हो रही तस्करी के खिलाफ कई कार्रवाई की गयी है. एसपी के निर्देश पर सभी थानों में सतर्कता बरती जा रही है. चार माह में पुलिस ने कुल 793 मवेशियों को बरामद किया. चार माह में 86 मवेशी तस्कर गिरफ्तार किये गये. वहीं, 41 ट्रकों को जब्त करने में सफलता पुलिस को मिली. सबसे ज्यादा सरिया थाना क्षेत्र में 176 मवेशी बरामद किये गये हैं. वहीं, अहिल्यापुर थाना क्षेत्र से 152, निमियाघाट थाना क्षेत्र से 119, देवरी से 103, बगोदर से 73, बिरनी से 70, बेंगाबाद से 38, तिसरी से 26, गावां से 19, डुमरी से आठ, जमुआ से छह, घोड़थंभा से दो और पचंबा थाना क्षेत्र से एक मवेशी बरामद किया गया है. मालूम रहे कि मवेशियों के धड़-पकड़ के बाद आमलोग भी पुलिस को मवेशियों के तस्करी से संबंधित जानकारियां उपलब्ध कराने लगे हैं. कुछ लोगों ने गिरिडीह के एसपी को रात का वीडियो भी भेजा है, जिसमें मवेशी की तस्करी दिखायी गयी है. ऐसे में पुलिस को भी तस्करों के खिलाफ अभियान चलाने में मदद मिल रही है.
अवैध के खिलाफ भी चला अभियान, छह फैक्ट्रियां ध्वस्त
गिरिडीह पुलिस ने अवैध शराब के खिलाफ भी कार्रवाई की है. पुलिस ने कुल छह शराब की अवैध फैक्ट्रियों को ध्वस्त किया. वहीं, 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस दौरान पुलिस ने काफी मात्रा में अंग्रेजी व देशी शराब और स्प्रिट जब्त करने में सफल रही. पुलिस ने चार माह में 17 कांड अंकित किया है. इसी प्रकार मादक पदार्थ के विरुद्ध भी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लगभग 55 किलो गांजा बरामद करने में सफलता हासिल की और लगभग 1042 पीस मादक कैप्सूल जब्त किया. इस कार्रवाई में पुलिस ने पांच अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.
पुलिस की दबिश देख अपराधियों के हौसले पस्त
संगठित आर्थिक अपराध समेत हत्या, लूटपाट आदि मामलों में भी पुलिस की दबिश देख अपराधियों के हौसले पस्त हो गये हैं. अपहरण की घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस की दबिश को देखते हुए अपहृत युवक को मुक्त कर दिया. वहीं, अपहरणकर्ता को सरेंडर करना पड़ा. बता दें कि अहिल्यापुर थाना के मिथिलेश मंडल को दस लाख फिरौती के लिए अपहरणकर्ताओं ने डुमरी से अपहरण कर लिया था. लेकिन, 24 घंटे के अंदर उसे मुक्त कर दिया. वहीं, पांच करोड़ रुपये लूटकांड में भी पुलिस ने उल्लेखनीय कार्य किया है. पुलिस ने पांच करोड़ में से चार करोड़ एक लाख 15 हजार पांच सौ रुपये बरामद करने में सफल रही. इस मामले में कुल आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया. बाइक चोरी के मामले में भी पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया. जबकि, छह बाइक बरामद की गयी. ताराटांड़ लूटकांड में भी पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया. लूटे गये सामानों को बरामद करने में पुलिस सफल रही. बगोदर थाना क्षेत्र से फिरौती के लिए अपहरण किये गये मामले में भी पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि पुलिस दबिश के कारण अपहृत व्यक्ति को बारह घंटे के अंदर मुक्त कर दिया गया. इसके अलावा पुलिस ने हत्याकांड, जमीन विवाद में फायरिंग आदि के मामले में भी कई लोगों को पिस्टल व अन्य सामानों के साथ गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.
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