आगरा में चार सिपाही समेत थाना प्रभारी लाइन हाजिर, खनन और अन्य मामले में हुई कार्रवाई, जानें पूरा मामला
आगरा में वर्दी के दामन पर दाग लगने का सिलसिला खत्म ही नहीं हो रहा है. पुलिस कमिश्नर ने खनन और एक अन्य मामले में चार सिपाही व एक थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया. कई अन्य थाना व चौकी प्रभारी के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया है.
आगरा में वर्दी के दामन पर दाग लगने का सिलसिला खत्म ही नहीं हो रहा है. पहले भी कई बदनामी के दाग झेल चुकी वर्दी अब फिर से बदनाम हो गई. आगरा में पुलिस कमिश्नर ने खनन और एक अन्य मामले में चार सिपाही और एक थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया. कई अन्य थाना व चौकी प्रभारी के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया है. पुलिस की मनमानी और लापरवाह कार्यप्रणाली से नाराज़ पुलिस कमिश्नर ने सोमवार सुबह थाना अछनेरा के चार सिपाहियों को लाइन हाजिर किया. तो देर शाम चली तबादला एक्सप्रेस में दागी थानाध्यक्ष को भी लाइन हाजिर कर दिया. आरोप था कि अछनेरा प्रभारी ने अधिकारियों को दरकिनार कर मनमानी की. एक एक्सीडेंट के बाद आलू से भरा ट्रक थाना अछनेरा में खड़ा किया गया था. व्यापारी की गुहार पर थानाध्यक्ष रोहित कुमार ने दूसरे ट्रक में आलू की पलटी नहीं करने दी. जिसके कारण 2 लाख रुपए का आलू ट्रक में सड़ गया. कमलानगर आगरा निवासी आलू व्यापारी संजीव गर्ग द्वारा अपर पुलिस आयुक्त को दी गई.
इन मामले में आरोपित सिपाहियों पर हुई कार्रवाई
शिकायत में अछनेरा पुलिस की भूमिका पर गंभीर आरोप लगाए गए थें. बताया जाता है कि बीते 9 सितंबर को थाना अछनेरा क्षेत्र अंतर्गत दक्षिणी बाईपास पर आलू से भरे ट्रक का एक्सीडेंट, दूध से भरे टैंकर से हुआ था. अछनेरा पुलिस द्वारा आलू से भरे ट्रक को जब्त कर थाने पर खड़ा करवा दिया गया. ट्रक में भरे माल के स्वामी व्यापारी संजीव गर्ग ने थाना पुलिस से आलुओं की पलटी करवाने की मांग की. संजीव गर्ग का आरोप है कि उसके द्वारा सुविधा शुल्क नहीं देने पर अछनेरा पुलिस ने ट्रक में से आलू की दूसरे ट्रक में पलटी नही कराने दी. इसके बाद पुलिस के उच्चाधिकारियों से भी गुहार लगाई, लेकिन उनके दिशा निर्देशों की अछनेरा पुलिस ने पूरी तरह अवहेलना की. जबकि पकड़े गए माल की जिम्मेदारी पुलिस की होती है. व्यापारी की लिखित शिकायत पर एसीपी रैंक के अधिकारी को जांच सौंपी गई. जांच में अछनेरा पुलिस की भूमिका संदिग्ध पायी गयी. जिसके बाद थाना अछनेरा प्रभारी रोहित कुमार, सिपाही सुनीत चौधरी, नितिन बालियान, ज्ञानेंद्र और अभिनंदन को लाइन हाजिर कर दिया गया.
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खनन मामले में हुई कार्रवाई
वहीं अछनेरा पुलिस ने खनन करते ट्रैक्टर पकड़े थे. सुविधा शुल्क वसूल कर उन्हें छोड़ने का प्रकरण विधायक बाबूलाल चौधरी के कानों तक पहुंचा तो उन्होंने उक्त मामले पर पुलिस उच्च अधिकारियों को अवगत कराया. लाइन हाजिर हुए दो सिपाहियों ने दो दिन पहले खनन के ट्रैक्टर पकड़े थे. लेकिन देर रात्रि कारखासो ने कार्यवाही नहीं होने दी. विधायक की नाराजगी पर पुलिस कमिश्नर डॉ प्रीतिंदर सिंह ने जांच रिपोर्ट के आधार पर थाना अछनेरा के चार सिपाहियों और थानाध्यक्ष रोहित कुमार को लाइन हाजिर कर दिया. विभाग में पुलिस कमिश्नर की कार्यवाही से चर्चाओं के बाजार गर्म हैं.