बरेली: आर्मी अफसरों से 34.70 लाख की ठगी करने वालों की तलाश में पठानकोट जाएगी पुलिस, जानें पूरा मामला
बरेली में तैनात सूबेदार मेजर के बेटे का बीटेक और जूनियर कमीशन अफसर की बेटी का एमबीबीएस में एडमिशन कराने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी की गई थी. इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कैंट थाना पुलिस आरोपियों की तलाश में पठानकोट सैन्य क्षेत्र में जाएगी.
बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली सैन्य क्षेत्र (आर्मी एरिया) में तैनात सूबेदार मेजर के बेटे का बीटेक और जूनियर कमीशन अफसर की बेटी का एमबीबीएस में एडमिशन कराने के नाम पर 34.70 लाख रूपये की ठगी की गई थी. इस मामले में कैंट थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मगर, अब कैंट थाना पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है. जिसके चलते पुलिस की एक टीम पठानकोट सैन्य क्षेत्र में जाएगी.
कैंट थाने के नए इंस्पेक्टर विश्वजीत सिंह ने बताया कि इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं. दोनों मुकदमों में आरोपी एक ही हैं. विवेचक को जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही पीड़ित सैन्य अफसरों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को अपने अफसरों को भी बताया है. इसमें कुछ आरोपी सेना से जुड़े हैं. उनके खिलाफ सैन्य कार्रवाई कराने की कोशिश चल रही है.
एक कथित आईएएस पर भी ठगी का आरोप
पीड़ित सेना अफसरों ने बताया कि ठगी करने वालों में से एक ने खुद को एजुकेशन मिनिस्ट्री (मानव संसाधन मंत्रालय) में आईएएस अफसर बताया था. उनके पीए का भी नाम है. इसके साथ ही पठानकोट सैन्य क्षेत्र में तैनात तीन सेना अफसरों के शामिल होने का आरोप है.
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ऐसे हुई थी ठगी
इस मामले में आर्मी अफसरों ने सोमवार को एसएससी से शिकायत की. इसके बाद एसएसपी के निर्देश पर कैंट थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. ऐसे की थी सैन्य अफसरों से ठगी शहर के कैंट एरिया में स्थित जीई ईस्ट में तैनात सूबेदार मेजर विक्रम दत्त त्यागी ने पुलिस को बताया था कि उनका बेटा आर्यन बीटेक की तैयारी कर रहा है. उनकी पठानकोट सैन्य क्षेत्र के सीडबल्यूई मामून में तैनात मेजर सोहन प्रसाद भट्ट से बेटे के बीटेक में एडमिशन को लेकर बातचीत हुई थी.
उन्होंने बताया कि उनके ऑफिस में ही सूबेदार संदीप सिंह हैं. उनकी मिनिस्ट्री में काफी जान पहचान है. वह आपका बेटे का एडमिशन करा देंगे. इसके बाद सूबेदार मेजर विक्रम ने सूबेदार संदीप सिंह से एडमिशन को लेकर बातचीत की. इस पर संदीप ने बताया कि एजुकेशन विभाग के डायरेक्टर कथित आईएएस हर्ष कुमार गोयल के पीए ऋषि हैं. वह एडमिशन का काम करते हैं. इसके बाद तीनों ने सरकारी कॉलेज में एडमिशन दिलाने विक्रम से 14.25 लख रुपए की मांग की.
यह रकम आरोपियों को दे दी. मगर, इसके बाद भी एडमिशन नहीं हुआ. इसी तरह की ठगी कैंट थाना क्षेत्र लाल फाटक के कांधरपुर निवासी ओमपाल सिंह के साथ हुई है. वह सेना में जूनियर कमीशन अफसर हैं. उनकी बेटी का भी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के एडमिशन के नाम पर 20.45 लाख रुपए की ठगी की गई है. मगर, इन दोनों ठगी के मामलों में तीनों आरोपी एक हैं.
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