झारखंड के सरायकेला में दो बच्चे चलने-फिरने में हैं लाचार, गरीब मां-पिता नहीं करा पा रहे इलाज, मदद की है दरकार

Jharkhand News, सरायकेला न्यूज (प्रताप मिश्र/सुरेंद्र) : झारखंड के सरायकेला जिले के राजनगर प्रखंड की धुलीपदा पंचायत अंतर्गत चांवराडीह गांव में दो बच्चों में पोलियो (Polio) जैसे लक्षण हैं. आर्थिक तंगी के कारण इनका इलाज नहीं हो पा रहा है. परिजनों ने मदद का आग्रह किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2021 2:14 PM
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Jharkhand News, सरायकेला न्यूज (प्रताप मिश्र/सुरेंद्र) : झारखंड के सरायकेला जिले के राजनगर प्रखंड की धुलीपदा पंचायत अंतर्गत चांवराडीह गांव में दो बच्चों में पोलियो (Polio) जैसे लक्षण हैं. आर्थिक तंगी के कारण इनका इलाज नहीं हो पा रहा है. परिजनों ने मदद का आग्रह किया है.

बैजनाथ लोहार एवं सरस्वती लोहार के पुत्र नारान लोहार (6 वर्ष) के नहीं चल पाने पाने तथा पोलियो (Polio virus) जैसा लक्षण दिखने के कारण परिजन काफी परेशान हैं. गरीब होने के कारण डॉक्टर से इलाज कराने में असमर्थ हैं. पिता बैजनाथ लोहार ने बताया कि नारान लोहार जन्म के समय ठीक था. जब चलने की स्थिति में पहुंचा तो चल नहीं सका. हाथ एवं पैर सिकुड़ गया तथा दोनों पैरों को मुढ़ कर घसीट- घसीट कर चलता है. अपने से खड़ा नहीं हो पाता है. गरीब होने के कारण डॉक्टर से इलाज नहीं कराकर जड़ी-बूटी से इलाज कराया गया. इलाज से फायदा नहीं होने पर दो साल पहले राजनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (community health center) में इलाज कराने लाया गया था. यहां भी डॉक्टर ने साफ तौर पर कहा कि यहां इलाज नहीं हो सकता है. इलाज के लिए सदर हॉस्पिटल सरायकेला या एमजीएम जमशेदपुर (MGM Jamshedpur) ले जाने की बात कही गई. पैसे के अभाव में वहां लेकर इलाज कराने में असमर्थ हैं. गरीब होने के कारण अपने बेटे का इलाज कराने में समर्थ नहीं हूं. मेरे पास आयुष्मान कार्ड (ayushman card) भी नहीं है.

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चांवराडीह गांव के ही सोमाय मुर्मू एवं गीता मुर्मू के पुत्र माधो मुर्मू (7 वर्ष) भी दोनों हाथ एवं दोनों पैर सिकुड़ने (Polio is caused by) के कारण चल नहीं पाता है. पिता सोमाय मुर्मू ने बताया कि माधो मुर्मू जन्म के समय ठीक था. जब चलने ही वाला था कि दोनों हाथ एवं पैर सिकुड़ने लगा. हाथ एवं पैर सिकुड़ने के कारण चल नहीं पाता है. गरीब होने के कारण अभी तक इलाज के लिए डॉक्टर को दिखाने नहीं ले जा सका. उन्होंने बताया कि माधो मुर्मू ही मेरा एक मात्र पुत्र है. धान की खेती से जो भी आय होती है. मैं उसी से परिवार चलाता हूं. मेरे परिवार में मेरी पत्नी एवं पुत्र माधो मुर्मू के अलावा कोई नहीं है. जिसके चलते गांव छोड़कर कही जा नहीं पाते हैं. उन्होंने बताया कि मेरे परिवार का आयुष्मान कार्ड भी नहीं बना है तथा माधो मुर्मू का आधार कार्ड भी नहीं बना पाये हैं. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से मेरे बेटे के इलाज में सहायता मिल जायेगी, तो काफी अच्छा होगा.

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राजनगर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अर्जुन सोरेन ने कहा कि चांवराडीह गांव में बच्चा नारान लोहार एवं माधो मुर्मू में पोलियो जैसे लक्षण होने की जानकारी नहीं है. इस संबंध में मेडिकल टीम भेजी जाएगी और मामले की जांच की जायेगी.

सरायकेला खरसावां जिले के सिविल सर्जन डॉ हिमांशु भूषण बरवार ने कहा कि पोलियो जैसे लक्षण की जानकारी नहीं है. मेडिकल टीम जा कर इसकी जांच करेगी और वैक्सीन लिया है कि नहीं इसकी भी जानकारी ली जायेगी.

भाजपा नेता रमेश हांसदा ने कहा कि दोनों बच्चों में पोलियो जैसे लक्षण दिख रहे हैं. इनके परिजन काफी गरीब हैं. स्वास्थ्य विभाग दोनों की इलाज की व्यवस्था कराए, ताकि बच्चे जल्द स्वस्थ हों.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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