कोलकाता : पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के संक्रमण से मुकाबले और राहत सामग्री के वितरण पर भी राजनीति गरमा गयी है. इस मुद्दे पर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर आमने-सामने आ गये हैं. गुरुवार (16 अप्रैल, 2020) को राहत सामग्री वितरित करने अपने संसदीय क्षेत्र में पहुंचे अलीपुरद्वार के भाजपा सांसद जॉन बारला को पुलिस ने रोक लिया और उन्हें घर से निकलने नहीं दिया.
वहीं, बैरकपुर के भाजपा सांसद अर्जुन सिंह को इलाके में घुसने नहीं दिया गया. भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इसकी निंदा की है. दूसरी तरफ, ममता सरकार की प्रतिक्रियाओं से आहत राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा है कि यह वक्त रियैक्शन का नहीं, ऐक्शन का है.
#WB में @MamataOfficial अब ओछी राजनीति पर उतर आई हैं। अलीपुरद्वार के #BJP सांसद श्री @johnbarlabjp को पुलिस ने उनके घर में ही बंधक बना दिया। बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा!
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) April 16, 2020
क्या इसलिए कि उनके काम से #TMC की लोकप्रियता का बंटाधार न हो जाए?
जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा दुर्व्यवहार छी ! pic.twitter.com/K7v9RtN065
भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने भाजपा सांसदों के साथ बंगाल पुलिस के दुर्व्यवहार पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार अब ओछी राजनीति पर उतर आयी है. अलीपुरद्वार के भाजपा सांसद जॉन बारला को पुलिस ने उनके घर पर बंधक बना लिया. बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है.’
Also Read: अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों एवं परिवारों को राहत देगी बंगाल की ममता सरकार, हायर सेकेंडरी की परीक्षा जून मेंश्री विजयवर्गीय ने सवाल किया, ‘क्या इसलिए कि उनके काम में तृणमूल की लोकप्रियता का बंटाधार न हो जाये. जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा दुर्व्यवहार छी:.’ उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के मंत्री, सांसद और विधायक जनता से मिल सकते हैं और घूम सकते हैं, तो भाजपा के सांसद क्यों नहीं मिल सकते?
Also Read: बंगाल में कोरोना वायरस की जांच पर NICED की निदेशक ने कही यह बड़ी बातउन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल की जनता एक तरफ कोरोना और दूसरी तरफ भूख से बेहाल है, लेकिन ममता बनर्जी को केवल राजनीति की चिंता है. बंगाल में बीमार लोगों का इलाज नहीं हो रहा है. गरीबों को आनाज नहीं मिल रहे हैं. वहीं, बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया कि वह बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र के आमडांगा इलाके में लॉकडाउन के दौरान लोगों का हालचाल जानने के लिए जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें जाने नहीं दिया.
ऐसे समय में पुलिस को राजनीतिक हथियार बनाकर इस्तेमाल करना खतरनाक है। देखिये क्या हो रहा है…@aajtak @PTI_News @News18India @CNNnews18 @ZeeNews @TimesNow @ANI pic.twitter.com/yXr1NhPcni
— Arjun Singh (@ArjunsinghWB) April 16, 2020
उन्होंने कहा कि इलाके में कहीं लॉकडाउन का पालन नहीं किया जा रहा है. बाजार-हाट खुले हुए हैं. गाड़ियां बिना रोकटोक के चल रही हैं, जबकि वह अपने संसदीय क्षेत्र में राहत सामग्री का वितरण करने के लिए जा रहे थे. पुलिस ने उन्हें जाने नहीं दिया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गंदी राजनीति कर रही है. एक जनप्रतिनिधि को उसके संसदीय क्षेत्र में जाने से रोका जा रहा है, ताकि सरकार की नाकामियां उजागर न हों.
Also Read: कोविड19 के अधिक जोखिम वाले क्षेत्रों के लिए नियंत्रण रणनीति अपनायेगा बंगाल, 17 नये मामले सामने आयेउधर, राज्यपाल जगदीप धनखड़ कोविड19 के मुद्दे पर लगातार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सवाल खड़े कर रहे हैं. गुरुवार को भी उन्होंने ट्वीट करके ममता बनर्जी की आलोचना की. राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को याद दिलाया कि महामारी के संकट के बीच यह समय एक्शन का है, न कि रियैक्शन का.
Covid Challenge suggestions to @MamataOfficial call for ACTION and not REACTION.
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) April 16, 2020
These are constructive. No time for criticism. Time to sternly deal with violators of Lockdown and failing/non performing officials.
Lockdown 2 Guidelines have evoked +ve response. Give your 100%
राज्यपाल ने लिखा है, ‘ममता बनर्जी, यह समय कोविड का फैलाव रोकने के लिए एक्शन लेने का है, न कि प्रतिक्रिया देने का. ऐसे समय में रचनात्मक कदम उठाया जाना चाहिए. जो लोग लॉकडाउन के प्रावधानों का पालन नहीं कर रहे हैं, अथवा जो अधिकारी इसका पालन कराने में सफल नहीं हैं, उनसे सख्ती से निबटने की जरूरत है. लॉकडाउन-2 के दिशा-निर्देशों ने पॉजिटिव प्रतिक्रियाएं दी है. आपको भी अपना 100 फीसदी योगदान देना पड़ेगा.’
Also Read: सेना के पूर्वी कमान में भी पैर पसारने लगा कोरोना वायरस, बंगाल में अब तक 6 की मौत, 24 घंटे में 10 नये मामले सामने आयेउल्लेखनीय है कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने पश्चिम बंगाल सरकार पर कोविड-19 के समय कार्रवाई करने में विफल रहने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार के निर्देशों के बावजूद ममता बनर्जी की सरकार लॉकडाउन के प्रावधानों का पालन कराने में विफल रही है. इसके साथ ही राज्य के हालात से राज्यपाल को अवगत नहीं कराने का आरोप भी उन्होंने लगाया है.