Agra News: नगर निगम की सीमा के अंतिम गांव में तालाब हुआ ओवरफ्लो, गंदे पानी की वजह से घरों में कैद हुए लोग
जहां से निकलने में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. गली के अंत में स्थित तालाब ओवरफ्लो हो गया जिसकी वजह से तालाब का सारा गंदा पानी गली में स्थित घरों में घुसने लगा. जिससे लोगों को बदबू झेलने को मजबूर होना पड़ा. गली से निकलने वाले लोगों व बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
Agra News: ताजनगरी में स्थित नगर निगम की वार्ड संख्या 24 के गांव पुरा गोवर्धन में स्तिथ तालाब ओवरफ्लो हो गया. इस वजह से गांव में स्थित कई घरों में गंदा पानी भर गया. इससे जहां एक तरफ लोगों को बदबू और गंदे पानी से दो चार होना पड़ रहा है. वहीं, गलियों में गंदा पानी भरने से बच्चों और ग्राम वासीयों को निकलने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, सूचना के बावजूद नगर निगम की टीम मौके पर नहीं पहुंची है.
सारा गंदा पानी घरों में घुसने लगाप्राप्त जानकारी के अनुसार आगरा नगर निगम के वार्ड 24 के अंतर्गत आने वाला गांव पुरा गोवर्धन नगर निगम की सीमा का अंतिम गांव है. इस गांव को नगर निगम की सीमा में 1982 में सम्मिलित किया गया था. लेकिन यहां कभी भी कोई भी नगर निगम का सफाई कर्मचारी नहीं पहुंचता. जिसकी वजह से ग्राम वासियों को गंदगी से रोजाना दो-चार होना पड़ता है. कई दिनों से पुरा गोवर्धन की एक गली की नालियां चौक पड़ी हुई थी. जिसकी वजह से गली में पूरी तरह से गंदा पानी भरा हुआ था. जहां से निकलने में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. बुधवार को गली के अंत में स्थित तालाब ओवरफ्लो हो गया जिसकी वजह से तालाब का सारा गंदा पानी गली में स्थित घरों में घुसने लगा. जिससे लोगों को बदबू झेलने को मजबूर होना पड़ा. वहीं गली से निकलने वाले लोगों और बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
ग्रामवासियों की मानें तो उन्होंने कई बार नगर निगम को इस बारे में शिकायत भी की है, उनका कहना है कि गंदे पानी की वजह से जहां उन्हें बदबू झेलनी पड़ रही है वहीं बीमारी का खतरा भी अत्यधिक बढ़ रहा है. गर्मी आने वाली है ऐसे में अगर इसी तरह से हालात रहे तो यहां रहने वाले लोग और बच्चे संक्रमण का शिकार भी हो सकते हैं. लेकिन नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारियों के कानों पर जूं भी नहीं रेंग रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि चुनाव के समय तमाम जनप्रतिनिधि अपने लिए वोट की मांग करने गांव में आते हैं. लेकिन उनका भी इस गंदगी की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं है. पहले ही गांव में कई बच्चे डेंगू और मलेरिया का शिकार हो चुके हैं. ऐसे में इस गंदगी में मच्छर पनपने का अंदेशा है जिसकी वजह से फिर से गांव में डेंगू और मलेरिया का प्रकोप फैलने का डर है.
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत