Video : पीरियड्स मिथ तोड़कर जागरूक कर रहा पूजा पंडाल
महिलाओं को मासिक धर्म (मैन्सट्रुअल) के दौरान कई प्रतिबंधों को झेलना पड़ता है. उनको अशुद्ध मानते हुए कई सामाजिक व धार्मिक अनुष्ठानों से दूर रखा जाता है, इस मिथ को तोड़ने की जरूरत है. इस पंडाल में पेंटिंग, स्कल्पचर व फोटोग्राफी का गजब कांबीनएशन दिखाते हुए इस सामाजिक मसले को उजागर किया गया है.
पाथुरिया घाट पांचेर पल्ली सर्वोजनिन दुर्गोत्सव कमेटी इस साल पूजा के 84वें साल में प्रवेश कर रही है. इस कमेटी द्वारा इस साल ‘रितुमती’ (मैन्सट्रुअल) को थीम बनाकर समाज को यह संदेश देने की कोशिश की है कि महिलाओं के मासिक धर्म यानि कि मैन्सट्रुअल को लेकर गलत धारणाएं न बनायें बल्कि इसको लेकर फैले मिथ से बाहर आयें, क्योंकि यह एक नैचुरल प्रक्रिया है. इस खास संदेश के साथ पूजा कमेटी ने एक अनूठे ढंग का पंडाल तैयार किया है. इस विषय में पूजा कमेटी की मुख्य सदस्य व वार्ड नंबर 24 की पार्षद इलोरा साहा ने बताया कि महिलाओं को मासिक धर्म (मैन्सट्रुअल) के दौरान कई प्रतिबंधों को झेलना पड़ता है. उनको अशुद्ध मानते हुए कई सामाजिक व धार्मिक अनुष्ठानों से दूर रखा जाता है, इस मिथ को तोड़ने की जरूरत है. आज की 21वीं सदी में महिलाओं को इस स्थिति में दुर्गा पूजा में भाग लेने से रोका नहीं जा सकता है. इस पंडाल में पेंटिंग, स्कल्पचर व फोटोग्राफी का गजब कांबीनएशन दिखाते हुए इस सामाजिक मसले को उजागर किया गया है.