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पश्चिम बंगाल हिंसा : स्वसंसेवकों, कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाने के लिए संघ ने बनायी ये योजना

बंगाल चुनाव के बाद हिंसा की घटनाओं पर चिंतित संघ स्वयंसेवकों को प्रेरित करने का कार्यक्रम शुरू करेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2021 11:00 AM

कोलकाता/नयी दिल्ली: बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हार के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने एक नयी योजना शुरू की है. विधानसभा चुनाव के बाद अपने कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं पर चिंतित संघ अपने स्वयंसेवकों को प्रेरित करने का कार्यक्रम शुरू करने वाला है. इसके साथ ही उन्हें सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करने की भी संघ योजना है.

आरएसएस के सूत्रों ने यह जानकारी दी. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा की अनेक घटनाओं की खबरें आयी हैं. इस चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को भारी बहुमत हासिल हुआ, जबकि भाजपा मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में उभरी. भाजपा ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कैडर उसके कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं. कांग्रेस एवं वाम दलों ने भी ऐसे ही आरोप लगाये. तृणमूल कांग्रेस ने हालांकि इन आरोपों को खारिज किया है.

अमानवीय व्यवहार कर रहे हैं जेहादी तत्व

इस बीच, आरएसएस के एक पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद संघ के स्वयंसेवकों एवं कार्यकर्ताओं को भारी हिंसा का सामना करना पड़ रहा है और प्रदेश में सत्तारूढ़ पार्टी की शह पर जेहादी तत्व अमानवीय व्यवहार कर रहे हैं.

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उन्होंने कहा, ‘संघ के कार्यकर्ताओं और मुख्य रूप से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग से आने वाले कार्यकताओं पर हमले हुए हैं. ये हमले इसलिए किये जा रहे हैं, क्योंकि हमारी विचारधारा से संबंध रखने वाली भाजपा ने उन विधानसभा क्षेत्रों में अपनी पैठ बढ़ा ली है, जो अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति बहुल हैं.’

बंगाल में संघ की व्यवस्था खत्म करने की कोशिश

संघ के पदाधिकारी ने दावा किया कि संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों के सतत कार्यों की बदौलत भाजपा ने पहली बार राज्य में सभी 294 सीटों पर चुनाव लड़ा था. लेकिन, अब राज्य में संघ की पूरी व्यवस्था को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है. आरएसएस के पदाधिकारी ने कहा कि हमारे स्वसंसेवकों एवं कार्यकर्ताओं पर लगातार हमला गहरी चिंता का विषय है और इस चुनौतीपूर्ण समय में हम उन्हें अकेला नहीं छोड़ेंगे.

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संघ के पदाधिकारी ने कहा कि हम उन्हें प्रेरित करने तथा सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद के लिए कार्यक्रम शुरू करने की योजना बना रहे हैं. इससे पहले, हाल ही में आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक हिंसा की निंदा की थी.

Posted By: Mithilesh Jha

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