Jharkhand news: DVC के चंद्रपुरा थर्मल पावर स्टेशन (Chandrapura Thermal Power Station) में एक जेनरेशन यूनिट में तकनीकी खराबी आने के कारण डीवीसी कमांड एरिया में बिजली संकट उत्पन्न हो गयी है. डीवीसी ने अपने कमांड एरिया में स्थित गिरिडीह समेत सात जिलों में बिजली की भारी कटौती कर दी है. सामान्य स्थिति में डीडीसी कमांड एरिया में डीवीसी 550 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर रहा था, लेकिन अब राज्य सरकार को सूचित किया है कि वह 282 मेगावाट ही बिजली दे सकेगा. फलस्वरूप गिरिडीह समेत धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, चतरा, रामगढ़ और कोडरमा में बिजली संकट गहरा गया है.
DVC के अधिकारियों का आश्वासन नहीं आया काम
डीवीसी के अधिकारियों ने गिरिडीह सदर विधायक सुदिब्य कुमार सोनू को भरोसा दिलाया था कि सोमवार देर रात तक पावर स्टेशन के एक यूनिट में आयी तकनीकी गड़बड़ी को ठीक कर लिया जाएगा और स्थिति सामान्य हो जाएगी. लेकिन, तकनीकी खराबी को अब तक ठीक नहीं किया जा सका है जिससे बिजली संकट अभी बरकरार रहने की आशंका जतायी जा रही है.
गिरिडीह को मात्र 30 फिसदी बिजली दे रहा है डीवीसी
डीवीसी ने गिरिडीह जिले में लोडशेडिंग रविवार से ही शुरू कर दिया है. झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड ने डीवीसी से जितना पावर डिमांड किया है उसका मात्र 30 फिसदी ही बिजली डीवीसी दे पा रहा है. डीवीसी के डांडीडीह पावर स्टेशन से 45 मेगावाट बिजली जेएसईबी को पूर्व में मिलता था, लेकिन अब जेनरेशन यूनिट में खराबी आने के बाद डीवीसी मात्र 10 से 15 मेगावाट बिजली की ही आपूर्ति कर पा रहा है. इसके अलावा डीवीसी अपने निमियाघाट पावर स्टेशन से जमुआ को 25 मेगावाट और डुमरी व सरिया प्रखंड को 25 मेगावाट पावर डिमांड के स्थान पर भी मात्र 10 से 15 मेगावाट बिजली दे पा रहा है. फलस्वरूप गिरिडीह शहर, गिरिडीह मुफस्सिल, गांडेय, बेंगाबाद, जमुआ, डुमरी व सरिया में बिजली संकट से लोग काफी परेशान हैं.
करहरबाड़ी ग्रिड से भी मात्र 15-16 मेगावाट की हो पा रही है आपूर्ति
डीवीसी की बिजली कटौती के निर्णय के बाद करहरबाड़ी ग्रिड से बिजली का डिमांड मंगलवार से बढ़ा दिया गया था. 10 से 20 मेगावाट बिजली देने वाली करहरबाड़ी ग्रिड से मंगलवार की सुबह से 50-60 मेगावाट बिजली की आपूर्ति शुरू भी हुई पर दिन के 12:00 बजे अचानक रिस्ट्रिक्शन आ गया और फिर मात्र 15 से 16 मेगावाट बिजली ही ग्रिड से मिल पा रही है. बता दें कि गिरिडीह शहर, गिरिडीह मुफस्सिल, गांडेय और बेंगाबाद को कुल 16 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है जिसे वर्तमान में ना ही डीवीसी पूरा कर पा रहा है और ना ही करहरबाड़ी ग्रिड से ही पूरा बिजली मिल पा रहा है.
पावर डिमांड किया गया है : महाप्रबंधक
झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड के महाप्रबंधक अरविंद कुमार ने बताया कि डीवीसी के जेनरेशन यूनिट में खराबी आ गयी है, जिससे गिरिडीह जिले में भी बिजली संकट उत्पन्न हुई है. जितनी मात्रा में गिरिडीह को बिजली की जरूरत है वह उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. फलस्वरुप वैकल्पिक व्यवस्था की दिशा में पहल की जा रही है. उन्होंने कहा कि विभाग के राज्य मुख्यालय से पावर डिमांड किया गया है. राज्य स्तर पर प्रयास भी शुरू किए गया है. वैकल्पिक व्यवस्था से बिजली आपूर्ति होने से स्थिति सामान्य हो जाएगी.
NTPC से बिजली खरीद कर किया जाएगा समस्या का समाधान : सुदिब्य
इधर, बिजली संकट को देखते हुए उसके समाधान की दिशा में गिरिडीह सदर विधायक सुदिब्य कुमार सोनू ने प्रयास तेज कर दिया है. गहराते बिजली संकट को देखते हुए विधायक श्री सुदिब्य मंगलवार की सुबह रांची रवाना हुए. रांची में उन्होंने ऊर्जा विभाग के सचिव से मुलाकात कर उन्हें सारी स्थितियों से अवगत कराया. बताया जाता है कि विभाग ने बिजली समस्या के समाधान के लिए सेंट्रल एक्सचेंज के तहत वैकल्पिक व्यवस्था करने पर सहमति दे दी है. विधायक ने बताया कि एनटीपीसी से बिजली खरीदकर करहरबाड़ी पावर ग्रिड को उपलब्ध कराया जाएगा.
रिपोर्ट : राकेश सिन्हा, गिरिडीह.